जीवन में संतुलन बनाकर ही रहा जा सकता है तनाव से मुक्त : बीके गीता
गुडग़ांव। धार्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज द्वारा जिले के बिलासपुर स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में 3 दिवसीय बैलेंसिंग लाइफ विद ब्लिसफुल सेल्फ विषय पर पर राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में व्यापार और उद्योग से जुड़ी अनेक हस्तियां शामिल हुई। संस्था की बीके गीता ने कहा कि व्यापार और उद्योग वर्ग ही देश की समृद्धि का आधार है। आज इस वर्ग के सामने बहुत सी चुनौतियां भी हैं। जिनसे निपटने के लिए हर समय एक नए विचार की जरूरत है। ऐसे दौर में तनाव होना संभव है। यदि जीवन में संतुलन बनाकर चलते हैं तो सहज ही तनाव मुक्त रह सकते हैं। जिसके लिए सबसे जरूरी है, आध्यात्मिक शक्ति
। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान केवल धन से नहीं हो सकता, अपितु शांति, धैर्य और आंतरिक शक्ति, आध्यात्मिक ज्ञान और योग से ही संभव हो सकता है। केंद्र की निदेशिका बीके आशा ने कहा कि वास्तव में हम सभी वरदानी आत्माएं हैं, लेकिन जीवन में उसकी अनुभूति नहीं है। उसके लिए संतुलन जरूरी है। योग से आत्मा चार्ज होती है। योग से आत्मा का शुद्धिकरण होता है। बीके उषा ने कहा कि योग से ही जीवन में संतुष्टि आती है। बीके हरीश ने कहा कि संस्था लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने की कला सिखाना है। बीके ख्याति ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य राजयोग द्वारा संतुलित जीवन शैली सिखाना है। कार्यक्रम को पंकज सेतिया, अनिल खैतान, डा. अशोक गुप्ता, अनिल चौधरी आदि ने भी संबोधित किया। कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
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