गुडग़ांवI भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व आज शुक्रवार को शहर के विभिन्न मंदिरों में धूमधाम से मनाया जाएगा। मंदिरों में धार्मिक आयोजनों की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र स्थित मंदिरों को दुल्हन की तरह से सजाया गया है। शहर के पटेल
नगर स्थित श्री बांकेबिहारी मंदिर, सिद्धेश्वर, घंटेश्वर, भूतेश्वर, हनुमान मंदिर, अर्जुन नगर के शिव मंदिर, श्रीकृष्ण मंदिर, प्रताप नगर के
श्रीराम मंदिर, गुफावाला मंदिर, सैक्टर 4 के श्रीकृष्ण मंदिर, श्रीराम मंदिर, सूर्य विहार के माता वैष्णो मंदिर, माता चिंतपूर्णी मंदिर, गीता
भवन, बाबा प्रकाशपुरी आश्रम, सुदर्शन मंदिर, प्रेम मंदिर जन्माष्टमी के आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। धार्मिक संस्था ब्रह्मा कुमारीज भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाती आ रही हैं। कृष्ण जन्मोत्सव पर भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित करने के लिए संस्थाओं ने पूरी तैयारी कर ली हैं।
मंदिरों व शिवालयों में जन्माष्टमी पर्व पर भजन कीर्तन का आयोजन भी किया जाएगा। सभी मंदिरों में पूजा अर्चना की विशेष व्यवस्था की गई है। पंडि़त मुकेश शर्मा का कहना है कि भादो महीने की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण का पर्व रोहिणी नक्षत्र में आधी रात को हुआ था। उनका कहना है कि धार्मिक मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना करने से सभी तरह के दुखों का अन्त हो जाता है। कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण के प्रति समस्त कर्मों को समर्पित कर देना ही संसार के तीनों तापों की एकमात्र औषधि है। भगवान श्रीकृष्ण ने भगवत गीता के ज्ञान से संपूर्ण मानव जाति को जागृत करते हुए उन्हें अपना कर्तव्य व धर्म का महत्व भी बताया।
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