गुडग़ांव, श्रमिक संगठन एटक के 100 वर्ष पूरे होने पर
स्वर्ण शताब्दी समारोह के तहत एटक का 15वां राज्य सम्मेलन का आयोजन
सैक्टर 4 स्थित वैश्य धर्मशाला में किया गया, जिसमें एटक की राष्ट्रीय
महासचिव कामरेड अमरजीत कौर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुई। प्रदेश
स्तरीय सम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या में एटक के
प्रतिनिधि व एटक से संबंधित श्रमिक यूनियनों के सदस्य भी बड़ी संख्या में
पहुंचे। एटक के जिला महासचिव कामरेड अनिल पंवार ने बताया कि मुख्य अतिथि
अमरजीत कौर का सभी प्रतिनिधियों द्वारा जबरदस्त स्वागत किया गया। अमरजीत
कौर ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश के अधिकांश प्रतिष्ठानों में
प्रबंधन व श्रमिक विवाद चल रहे हैं। श्रमिकों के सामूहिक मांगपत्र लंबित
पड़े हैं, जिससे श्रमिकों में रोष व्याप्त होता जा रहा है। श्रम कानूनों
में जबरदस्ती संशोधन कराए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाए कि ये संशोधन
जहां श्रमिकों के लिए अहितकारी हैं, वहीं इन संशोधनों के माध्यम से
पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार औद्योगिक क्षेत्र, बैंक, ईएसआई, पीएफ आदि
में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने में असफल रही है, जिसका सीधा नुकसान
श्रमिकों को हो रहा है। सरकार हर प्रतिष्ठान का जोकि सार्वजनिक क्षेत्र
में है, उनका निजीकरण करने पर तुली हुई है। उन्होंने एटक से जुड़ी
महिलाओं का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें महिला सशक्तिकरण की ओर ध्यान
देना चाहिए और महिलाओं को पर्याप्त मान-सम्मान भी दिलाना चाहिए। कामरेड
इंदू, प्रीति झा, अनीता यादव, अल्का चौहान आदि को भी मुख्य अतिथि की ओर
से पुरुस्कृत किया गया। कार्यक्रम को एटक के कामरेड बेचूगिरि, कामरेड
बलदेव सिंह घनघस, कामरेड थामले, प्रेम सिंह, दरियाब सिंह, बीएस प्रभाकर,
सुरेश गौड़, कामरेड मुरली कुामर आदि ने भी संबोधित करते हुए श्रमिकों की
समस्याओं का उल्लेख किया। इस सम्मेलन को सफल बनाने में कामरेड सतबीर
सिंह, जयभगवान, हरिप्रकाश, शारदा, वलविंद्र, शमशेर सिंह, रुप सिंह, आरएन
सिंह, एमएल सहगल, सतपाल नैन, जल सिंह, मानसिंह, विशंभर सिंह आदि का सहयोग
रहा.
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