गुडग़ांव। हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व है। प्रत्येक महीने में शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन को पूर्णिमा कहा जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा के दिन दान और स्नान का बहुत ही अधिक महत्व होता है। चैत्र पूर्णिमा पर आज शहर के विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन कर विशाल भण्डारों का आयोजन भी होगा, जिसमें बड़ृी संख्या में श्रद्धालु व क्षेत्रवासी प्रसाद ग्रहण करेंगे। इसी क्रम में जिले के बसई गांव स्थित ग्रामीणों की आस्था का प्रतीक दादा भैया मंदिर क्षेत्र में विशाल भण्डारे का आयोजन बसई गांव के राहुल व उनके परिजनों द्वारा किया जा रहा है।
उनका कहना है कि दादा भैया के प्रति क्षेत्रवासियों की बडी ही श्रद्धा है। हर माह की पूर्णिमा पर ग्रामीणों द्वारा विशाल भण्डारों का आयोजन कियाजाता रहा है। भण्डारे की विशेषता यह है कि श्रद्धालुओं को पंक्ति में बैठाकर स्टील के बर्तनों में भण्डारा परोसा जाता है। डिस्पोजल का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता। मंदिर कमेटी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए ही यह व्यवस्था की हुई है, ताकि जहां पर्यावरण को संतुलित रखा जा सके,वहीं प्रदूषण से भी आमजन को मुुक्ति मिल सके। भण्डारे की सभी व्यवस्था पूरी कर ली गई है। मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा।
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