गुडग़ांव: हर भारतीय को देशभक्त होना चाहिए। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने भी युवाओं से यही आग्रह किया था। वह सच्चे राष्ट्रभक्त थे और राष्ट्रभक्ति उनके खून में कूट-कूट कर भरी हुई थी। देशवासियों को उनके दिखाए रास्ते पर चलने की जरुरत है। उक्त उद्गार सामाजिक संस्था भगवान श्रीपरशुराम सेवादल के अध्यक्ष व बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव वरिष्ठ अधिवक्ता पंडित अरुण शर्मा ने नेताजी को उनकी जयंती पर नमन करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के आंदोलन के लिए उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी और आजादी की लड़ाई लड़ी थी।
उन्होंने नारा दिया था कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। इस नारे से प्रेरित होकर बड़ी संख्या में देशवासी उनके साथ कंधे से कंधा
मिलाकर देश की आजादी की लड़ाई में कूद पड़े थे। नेताजी भारत मां के सपूत थे। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि नेताजी के दिखाए रास्ते पर चलकर ही देश व समाज का भला हो सकता है। विदेशी ताकतों की हिम्मत नहीं जो भारत की ओर आंख उठाकर देख सकें। नेताजी को युगों-युगों तक याद रखा जाएगा। आज पूरा विश्व आतंकवाद की चपेट में है। देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं। घुसपैठिए भारत के अंदर घुसपैठ करने से नहीं चूकते। केंद्र सरकार को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। नेताजी को नमन करने वालों में संस्था के संजय
शर्मा, अंकुर, अश्विनी शर्मा, अंकित, परमतप मुदगिल, पंकज त्यागी, मुकेश सैनी, राजेश वाल्मीकि, अनुज शर्मा आदि भी शामिल रहे।
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