गुरुग्राम। संयुक्त किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने शहर की सडक़ों की खस्ताहाल स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि जहां एक ओर गुरुग्राम को मिलेनियम सिटी केे नाम से जाना जाता है, वहीं गुरुग्राम अब गड्ढों का शहर बनकर रह गया है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी गुरुग्र्राम में सडक़ें चलने लायक नहीं हैं। यह न केवल प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है, बल्कि आम जनता के साथ अन्याय भी है। उनका कहना है कि गुरुग्राम से प्रदेश सरकार को सर्वाधिक राजस्व जाता है। सभी प्रकार के टैक्सों का भुगतान करने के बाद भी आमजन को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। सडक़ों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं जलजमाव रहता है। टूटी हुई सडक़ें न केवल आवागमन में बाधा उत्पन्न कर रही हैं, अपितु लोगों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बन चुकी हैं। उनका कहना है कि हाल ही में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी हरियाणा सरकार को गुरुग्राम की सडक़ों की ‘पैथेटिक’ स्थिति को लेकर नोटिस जारी किया है, जो इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाता है। सडक़ों की बदहाल स्थिति, गंदगी के ढेर और जलभराव से गुरुग्राम की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या का तुरंत संज्ञान लिया जाए और समग्र रोड इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि जनता को राहत मिल सके।
सडक़ों की खस्ताहाल स्थिति से जनता परेशान, प्रशासन की लापरवाही से जनता में रोष
