गुडग़ांव, श्रमिकों की मांगों को लेकर श्रमिक संगठन एटक
ने मंगलवार को मिनी सचिवालय पर धरना-प्रदर्शन का आयोजन कर प्रदेश के
श्रमायुक्त के नाम उपायुक्त को ज्ञापन भी दिया, जिसमें मांग की गई है कि
लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को जो समस्या कंपनी प्रबंधन की ओर से सौगात
में मिली हैं, उसका समाधान कर श्रमिकों को न्याय दिलाया जाए। एटक के जिला
महासचिव कामरेड अनिल पंवार का कहना है कि श्रमिक नेता कामरेड नरेश कुमार
की अध्यक्षता में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस धरना प्रदर्शन में
एटक से संबंधित श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने बढ़-चढक़र
भाग लिया। वरिष्ठ श्रमिक नेता कामरेड मुरली कुमार ने श्रमिकों को संबोधित
करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन घोषित करते हुए कहा था कि
प्रबंधन किसी भी श्रमिक को नौकरी से नहीं निकालेगी और उन्हें लॉकडाउन की
अवधि का पूरा वेतन दिया जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कंपनी प्रबंधन आज भी
कोरोना की आड़ में श्रमिकों को नौकरी से निकालकर श्रम कानूनों की
धज्जियां उड़ाने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रख रही है। ज्ञापन में भी
श्रमायुक्त से मांग की गई है कि औद्योगिक प्रतिष्ठानों मुंजाल सोवा,
कपारो मारुति, नपीनो ऑटो, एफसीसी क्लच आदि प्रतिष्ठानों में चल रही
श्रमिक समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर कराया जाए। श्रमिक
नेताओं ने पीटीआई अध्यापकों के धरने का समर्थन भी किया और प्रदेश सरकार
से आग्रह किया कि उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाए। धरना प्रदर्शन में
श्रमिक नेता सुरेंद्र बोकन, शीशपाल, बृजपाल, सतीश खडख़ड़, मनोज कुमार,
चंदन, सतीश धानियां, परशुराम, कुलदीप, राजू चौहान, राज बहादुर, रामनिवास
आदि भी शामिल रहे।
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