गुरुग्राम। पालम विहार क्षेत्र स्थित रेजांगला स्मारक पर भारतीय नौसेना दिवस धूमधाम से मनाया गया, जिसमें पूर्व सैन्य अधिकारी व शहर के गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए और देश के प्रति अपना बलिदान देने वाले जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। सामाजिक संस्था डा. राजेंद्र प्रसाद फाउण्डेशन के अध्यक्ष राजेश पटेल ने कहा कि कार्यक्रम में पूर्व सैन्य अधिकारी डा. टीसी राव, एके दास, गजराज सिंह, नरेंद्र कुमार, मनोज सिन्हा, इंद्रजीत सिंह, कर्नल अजीत सिंह यादव, हरि सिंह यादव आदि शामिल रहे। उनका कहना है कि देश की तीनों सेनाएं थल, वायु और नौ सेना देश की सुरक्षा में तत्पर है। विश्व की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में भारतीय सेना का नाम लिया जाता है। पड़ोसी देशों ने जब भी भारत पर हमला करने की सोची तो उनके हमले को भारतीय सेनाओं ने सदैव नाकाम ही किया है। देश की नौसेना का भी बड़ा महत्व है। नौसेना के जवान जिन्हें जलप्रहरी भी कहते हैं, वह जलमार्ग की सुरक्षा में सदैव मुस्तैद रहते हैं। भारतीय नौसेना की इन्हीं उपलब्धियों को देशवासी सदैव सलाम करते हैं। राजेश पटेल का कहना है कि भारतीय नौसेना दिवस मनाने की शुरुआत मई 1972 में हुए एक वरिष्ठ नौसेना अधिकारी सम्मेलन में हुई थी। तभी से प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान ने 3 दिसंबर को भारतीय हवाई अड्डों पर हमला कर दिया था। पाकिस्तानी सेना के हमले का जवाब देते हुए भारतीय नौसेना ने एक योजना के तहत सैकड़ों पाकिस्तानी नौसेना के जवानों को धाराशाही कर दिया था। इस उपलब्धि को देखते हुए प्रति वर्ष 4 दिसम्बर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर पूर्व सैन्य अधिकारी पीडी यादव, आरपी यादव, जेएस यादव, खुशीराम, कैप्टन महेंद्र पाल, ओपी यादव, वीपी यादव, एसएल यादव, नरेश यादव, चंदूलाल, एडवोकेट राम कुमार, राधेश्याम पाण्डेय आदि शामिल रहे।
शहीदों को नमन कर मनाया भारतीय नौसेना दिवस

