NCRदेशराज्य

लॉकडाउन के चलते श्रमिक नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया अपने घरों में ही एटक ने काम के घंटे बढ़ाने के सरकार के आदेश का किया विरोध मजदूरों को संगठित रहने का किया आह्वान

गुडग़ांव, शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस विभिन्न
श्रमिक संगठनों ने वैश्विक कोरोना वायरस के चलते अपने कार्यालयों में ही
मनाया। कुछ श्रमिक संगठनों ने रस्म अदायगी के तौर पर प्रतिष्ठानों के
मुख्य द्वारों पर लाल झण्डा फहराकर शिकागो के शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि
भी अर्पित की। श्रमिक संगठन एटक के वरिष्ठ उप महासचिव कामरेड अनिल पंवार
का कहना है कि मजदूरों के इतिहास में यह पहला अवसर है कि मई दिवस का
आयोजन सामूहिक रुप से न होकर लॉकडाउन के चलते महज रस्म अदायगी के रुप में
ही कार्यालयों में करना पड़ रहा है। एटक के राज्य प्रधान कामरेड बलदेव
सिंह घनघस, राज्य महासचिव कामरेड बेचूगिरि, वरिष्ठ उप प्रधान मुरली
कुमार, जिला प्रधान सुरेश गौड़ का कहना है कि प्रदेश के लाखों मजदूरों के
सामने लॉकडाउन के चलते रोजी-रोटी की समस्या आ खड़ी हुई है। हजारों मजदूर
रास्ते में ही फंस पड़े हैं। संगठन की राष्ट्रीय महासचिव कामरेड अमरजीत
कौर ने भी केंद्र व प्रदेश सरकार से कई बार आग्रह किया है कि मजदूरों को
आ रही समस्याओं का समाधान कराया जाए। उनका कहना कि कोरोना वायरस के चलते
प्रदेश सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर आगामी 30 जून तक मजदूरों के काम के
घंटे 8 से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिए हैं यानि कि सरकार ने 4 घंटे ओवर टाईम
कराने के निश्चित किए हैं ताकि मजदूरों की कमी को पूरा किया जा सके। इन
श्रमिक नेताओं का कहना है कि संगठन सरकार के इस नोटिफिकेशन का विरोध करता
है। श्रमिक नेताओं ने श्रमिक दिवस पर श्रमिकों से आग्रह किया है कि वे
एकजुट रहें, ताकि अपने अधिकारों को प्राप्त कर सकें। उन्होंने सभी
श्रमिकों से आग्रह भी किया है कि वे कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के
लिए लॉकडाउन का पालन करें, ताकि वे स्वस्थ रह सकें।

Comment here