गुडग़ांव, वैश्विक कोरोना से बचाव के लिए पूरे देश में
लॉकडाउन की घोषणा केंद्र व प्रदेश सरकारों ने की हुई है। इस दौरान सभी
लोग अपने-अपने घरों में रहकर कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए प्रयासरत
हैं। गुडग़ांव में लॉकडाउन के 17वें दिन भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में
गली-मौहल्ले सुनसान ही दिखाई दिए। शहर की मुख्य सडक़ों पर इक्का-दुक्का
लोग ही निकलते देखे गए। हालांकि जिला प्रशासन लॉकडाउन को सफल बनाने के
लिए प्रयासरत है और प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत भी झौंक दी है। शहरवासी ही
नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी अपने घरों में रहकर लॉकडाउन को पूरा
समर्थन दे रहे हैं, लेकिन विभिन्न प्रदेशों में कोरोना पीडि़तों की बढ़ती
संख्या को देखकर भी शहरवासी चिंतित होने लगे हैं। पिछले 3 सप्ताह से लोग
अपने घरों में ही हैं और वे दबी जुबान में एक दूसरे से यही प्रश्र कर रहे
हैं कि लॉकडाउन कब समाप्त होगा। प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन भी
प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य को सर्वोपरि मानते हुए जल्दबाजी में कोई
निर्णय नहीं लेगा, ऐसा बुद्धिजीवियों का भी मानना है। लॉकडाउन के दौरान
जरुरतमंदों को सहायता पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है और इन
जरुरतमंदों को नगर निगम तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जिला प्रशासन विभिन्न
सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से भोजन व राशन सामग्री उपलब्ध कराने में कोई
कोर कसर बाकी नहीं रख रहा है। सैक्टर 4 स्थित हुडा मार्किट पूरी तरह से
बंद है। केवल आवश्यक वस्तुओं मेडिकल स्टोर व किरयाना की दुकानें ही खुली
दिखाई देती हैं। नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराई गई स्टॉल भी खाली पड़ी हैं,
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