गुडग़ांव, केंद्र व प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी कि
कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन की अवधि में किसी भी श्रमिक को नौकरी से
नहीं निकाला जाएगा और प्रबंधन इस अवधि का सभी श्रमिकों के वेतन का भुगतान
भी करेगी, लेकिन कुछ औद्योगिक प्रतिष्ठान सरकार के इन आदेशों की धज्जियां
उड़ाते हुए कोरोना का बहाना बनाकर श्रमिकों को नौकरी से निकाल रहे हैं,
जिससे श्रमिकों में रोष व्याप्त होता जा रहा है। श्रमिक संगठन एटक के
जिला महासचिव अनिल पंवार का कहना है कि आगामी मंगलवार को मिनी सचिवालय पर
धरना प्रदर्शन का आयोजन कर प्रदेश के श्रमायुक्त के नाम उपायुक्त को
ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें औद्योगिक प्रतिष्ठानों की प्रबंधकों द्वारा
गैर कानूनी ढंग से श्रमिकों को नौकरी से निकाले जाने का पूरा विवरण भी
दिया जाएगा। उनका कहना है कि मुंजाल सोवा मानेसर, एफसीसी क्लच, कपारो
मारुति, उद्योग विहार व रिको ऑटो धारुहेड़ा आदि प्रतिष्ठानों से बड़ी
संख्या में श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया गया है। जबकि ये श्रमिक कई
वर्षों से प्रतिष्ठानों में काम करते आ रहे थे। इन श्रमिकों की बहाली की
मांग भी धरना प्रदर्शन के माध्यम से श्रमायुक्त से की जाएगी। उनका कहना
है कि एटक श्रमिकों के साथ हो रहे अन्याय को किसी भी तरह से सहन नहीं
करेगी। उनके खिलाफ जोरदार ढंग से आवाज उठाई जाएगी।
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