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योग गुरु बाबा रामदेव के एलोपैथी की आलोचना से आहत हुए हैं चिकित्सक

गुडग़ांव, योग गुरु बाबा रामदेव के एलोपैथी की आलोचना करने
पर देश के चिकित्सकों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। साईबर सिटी
जो विश्व में स्वास्थ्य अब के नाम से जाना जाता है, यहां के चिकित्सकों
में भी बाबा रामदेव के प्रति नाराजगी देखी जा रही है। चिकित्सकों का कहना
है कि बाबा रामदेव योग गुरु हैं और साथ ही कारोबारी भी हैं। धरती पर
चिकित्सकों को भगवान का दूसरा रुप माना जाता है। चिकित्सक अपने मरीज के
लिए वह सब करते हैं, जो जरुरी है। कोई चिकित्सक यह नहीं चाहेगा कि
चिकित्सकों की लापरवाही से किसी मरीज का अनर्थ होता हो। चिकित्सकों का यह
भी कहना है कि एलोपैथी चिकित्सा पद्धति बेकार है, यह कहना ठीक नहीं है।
योग गुरु रामदेव ने चिकित्सकों पर यह आरोप लगाते हुए चिकित्सकों की
भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है, इससे चिकित्सक आहत हैं। कोरोना महामारी
के इस दौर में चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर कोरोना पीडि़तों को
कोरोना संक्रमण से बाहर निकालने का पूरा प्रयास किया है। संक्रमितों को
बचाते-बचाते चिकित्सक स्वयं कोरोना की भेंट चढ़ गए हैं। चिकित्सकों को
नीचा दिखाना ठीक नहीं है। कोरोना महामारी के इस दौर में जहां सभी को
मिलकर कोरोना का सामना करना चाहिए, ऐसे में चिकित्सकों पर अंगुली उठाई जा
रही है। बाबा रामदेव योगगुरु हैं, वह तो आयुर्वेदिक भी नहीं हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि जब बाबा रामदेव व उनके सहयोगी बालकृष्ण बीमार
होते हैं तो उनका उपचार एलोपैथ पद्धति से ही किया जाता है और अब वे
एलोपैथ पद्धति को ही कठघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं।
चिकित्सकों का यह भी कहना है कि हरियाणा सरकार ने एक लाख कोरोनिल किट
बांटे जाने की घोषणा की है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए, क्योंकि
बाबा रामदेव चिकित्सकों की कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिन्ह लगाने में लगे
है। इस प्रकार के बयानों से कोरोना महामारी में जुटे चिकित्सकों का मनोबल
गिरने की प्रबल आशंका है। भारतीय चिकित्सक देश में ही नहीं, अपितु अपनी
मेहनत, ज्ञान व तप के लिए विश्व में जाने जाते है। प्रधानमंत्री नरेंद
मोदी भी चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाओं की सराहना करते रहे
हैं और बाबा रामदेव विज्ञान का मजाक उड़ाने में लगे है।  सभी चिकित्सकों
का कहना है कि चिकित्सकों पर अंगुली उठाने से पहले योग गुरु रामदेव को यह
सोचना चाहिए कि उनके बयानों से चिकित्सा जगत में लगे चिकित्सकों पर क्या
गुजरेगी।

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