गुडग़ांव, बृजभूमि कल्याण परिषद मेवात में पिछले एक दशक से
मेवातवासियों की समस्याओं का समाधान करने की मांग प्रदेश सरकार से करती आ
रही है, लेकिन आज तक भी उनकी समस्याओं का प्रदेश सरकार द्वारा कोई समाधान
नहीं किया गया है, जिससे मेवातवासियों में रोष व्याप्त होता जा रहा है।
संस्था के राष्ट्रीय संयोजक विक्रम सिंह यादव का कहना है कि गत दिवस
प्रदेश के मुख्यमंत्री मेवात के दौरे पर अवश्य गए थे, लेकिन उन्होंने कुछ
गिने-चुने लोगों से ही मेवातवासियों की समस्याओं को जाना। वास्तव में जो
पीडि़त परिवार थे, उनसे तो मुख्यमंत्री ने बात तक भी नहीं की।
मुख्यमंत्री को भी सभी जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि मुख्यमंत्री ने इन
समस्याओं के समाधान करने के लिए कानून बनाने की घोषणा की। विक्रम सिंह
यादव का कहना है कि कानून तो पहले से भी बने हुए हैं, लेकिन मेवात जिला
प्रशासन उनका पालन कहां कर रहा है। मेवात की यही तो सबसे बड़ी समस्या है
कि वहां पर कानून का पालन नहीं किया जाता। उनका कहना है कि सरकार ने
गौसेवा आयोग बनाया हुआ है, लेकिन फिर भी मेवात में गौकशी जारी है। जिला
प्रशासन गौतस्करों के खिलाफ कार्यवाही करने से भी बचता रहता है, जिसका
पूरा फायदा ये गौतस्कर उठाते रहे हैं। इनका विरोध करने वाले गौभक्तों पर
भी हमले होते रहे हैं और कई गौभक्त अपनी जान से हाथ भी धो चुके हैं। उनका
कहना है कि यदि कानून का पालन नहीं होगा तो भले ही कितने भी कानून बना
लिए जाएं, सब व्यर्थ हैं। हिंदू समुदाय की सुरक्षा सरकार को सुनिश्चित
करनी पड़ेगी, तभी पीडि़त लोग अपनी पीड़ा बता सकेंगे। लीपापोती करने से
काम नहीं चलेगा। उनका कहना है कि मेवात बृज क्षेत्र है। बृज की संस्कृति
को नष्ट करने के उद्देश्य से बृजभूमि पर मेवात विकास बोर्ड का गठन कर
दिया गया, जोकि बृज सभ्यता का अपमान है। उन्होंने मांग की कि बृज विकास
बोर्ड का गठन किया जाए, ताकि बृज 84 की यात्रा बृज क्षेत्र में निकल सके।
अन्यथा कृष्ण भक्तों को सडक़ों पर उतरना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी
प्रदेश सरकार की ही होगी।
Comment here