गुरूग्राम, पिछले दिनों राजेंद्रा पार्क क्षेत्र में एक
सेवानिवृत फौजी ने 4 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। आरोपी फौजी ने इन
सब हत्याओं की जिम्मेदारी खुद अपने ऊपर ली थी और राजेद्रा पार्क पुलिस
थाना में आत्मसमर्पण भी कर दिया था। हालांकि पुलिस ने इस मामले में उसकी
पत्नी को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और आरोपी का रिमांड लेकर पुलिस
ने उससे 2 दिन तक पूछताछ भी की थी। उसके बाद अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत
में गत दिवस जेल भी भेज दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ये सभी हत्या
अकेले आरोपी राव राय सिंह ने नहीं की हैं। उसके साथ में उसको सहयोग देने
के लिए अन्य भी हो सकते हैं। जबकि आरोपी ने स्वीकार किया है कि सभी की
हत्या उसी ने की है। पुलिस ने आरोपी के पुत्र से भी इस मामले में पूछताछ
की है। लेकिन उसके घटनास्थल पर उपस्थित न होने के कारण इन हत्याओं में
उसकी भूमिका को पुलिस फिलहाल नहीं मान रही है। बताया जाता है कि वह इस
दौरान राजस्थान के खाटू श्याम धार्मिक यात्रा पर गया हुआ था। आरोपी ने
अपनी पुत्रवधू की भी हत्या की है। पुत्रवधू के परिजन इस हत्या को लेकर
तरह-तरह के आरोप आरोपी व उसके परिवार पर लगाते रहे हैं। गत दिवस मृतका के
भाई जिला महेंद्रगढ़ गांव कनीना के निवासी अशोक कुमार ने राजेंद्रा
पार्क थाना प्रभारी को लिखित में एक शिकायत भी दी है। जिसमें उसने लिखा
है कि वह मृतका का भाई है। उन्होंने अपनी बहन सुनीता यादव की शादी
रायसिंह के पुत्र आनंद यादव से वर्ष 2010 की 10 नवम्बर को की थी। आनंद
यादव जिला अदालत में वकालत भी करता है। शादी में उन्होंने अपनी
सामथ्र्यनुसार दान-दहेज दिया था, लेकिन राय सिंह का परिवार दहेज की मांग
शुरुआत से ही करता आ रहा था। राय सिंह उसकी पत्नी विमलेश और आनंद उसकी
बहन पर दबाव बनाते थे कि वह अपने हिस्से की जमीन बेच दे और जो उससे
धनराशि प्राप्त होती है वह लाकर उन्हें दे दे। शिकायत में लिखा है कि
शादी के बाद सुनीता करीब 4 साल तक मायके में ही रही और उसने नर्सिंग का
कोर्स भी किया था। जब भी सुनीता को उसकी ससुराल छोडक़र आते तो 2-4 दिन बाद
ही ससुराल वाले उसे मारपीट कर फिर भगा देते थे। इस मामले को लेकर कई
पंचायतें भी राजेंद्रा पार्क में हुई थी। जसमें राय सिंह व उसका परिवार
मारपीट न करने का आश्वासन दे देते थे। शिकायतकर्ता का कहना है कि इस वर्ष
फरवरी माह में भी वह सुनीता को उसकी ससुराल छोडक़र आया था। आनंद यादव ने
उसे धमकी दी थी कि सुनीता का हिस्सा बेचकर हमें दे दो। अगर ये मर जाएगी
तो हिस्सा तो उनका होना ही है। उसने आरोप लगाया है कि सुनीता का पति आनंद
जोकि पेशे से वकील है। उसने उसकी बहन की हत्या की साजिश रची है। उसका
कहना है कि आनंद, राय सिंह, विमलेश, आनंद की मौसी व उनके बेटे राहुल ने
मिलकर साजिश के तहत उसकी बहन की हत्या की है। उसने आरोप लगाया है कि
ससुराल वाले सुनीता को घर पर अकेले फोन भी नहीं करने देते थे। अपने सामने
ही बात कराते थे। सुनीता ने कई बार मारपीट करने व जमीन बेचने के लिए दबाव
बनाने की शिकायत अपने परिजनों से की थी। उसने शिकायत में गुहार लगाई है
कि उसकी बहन की निसृंश हत्या उसके पति, ससुर, सास व अन्यों ने उसके
हिस्से की जमीन को पाने की नीयत से की है। क्योंकि उसके पिता की मृत्यु
के बाद उसकी बहन के हिस्से में जमीन आई थी। शिकायतकर्ता ने थाना प्रभारी
से मांग की है कि मामले की पूरी निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को
सजा दिलाई जाए, ताकि उसकी बहन की आत्मा को शांति मिल सके।
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