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नेत्र रोग जागरुकता शिविर का हुआ आयोजन

गुडग़ांव, नेत्र चिकित्सा व नेत्रों से संबंधित
बीमारियों से बचाव के लिए प्रयासरत मंथन आई हैल्थकेयर फाउण्डेशन ने
संस्था के संस्थापक गीताज्ञानेश्वर डा. स्वामी दिव्यानंद महाराज के
सानिध्य में नेत्र रोग जागरुकता शिविर का आयोजन किया। नेत्र रोग विशेषज्ञ
डा. सुमित ग्रोवर ने जागरुकता शिविर में आए लोगों को नेत्रों से संबंधित
बीमारियों की जानकारी देते हुए इनसे बचाव के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा
कि ईश्वर ने हम सभी को नाजुक लेकिन महत्वपूर्ण नेत्र दिए हैं। इनकी
सुरक्षा की व्यवस्था करना भी हमारी ही जिम्मेदारी है। सुरक्षा के प्रति
लोगों को जागरुक होना चाहिए। डा. ग्रोवर ने बताया कि आंखों में रुखापन,
लाली या खुजली का होना ये बाह्य लक्षण हैं, लेकिन आधुनिकता के इस दौर में
कंप्यूटर व लैपटॉप पर काम करने की समयावधि बहुत अधिक बढ़ गई है। जिससे
लोगों में आंखों की विभिन्न बीमारियां होने का खतरा भी पैदा हो गया है।
अधिक गर्मी व बढ़ता प्रदूषण भी आंखों की विभिन्न बीमारियों का एक मुख्य
कारण है। मोबाईल व कंप्यूटर का अधिक इस्तेमाल किया जाने लगा है। प्रति
मिनट 20-22 बार पलकें झपकने वाली आंखें, स्क्रीन टाईम अधिक हो जाने पर
केवल 4-5 बार ही झपक पाती हैं। डा. ग्रोवर ने कहा कि आंखों में सूखापन कई
अन्य रोगों का कारण भी बन जाता है। इसलिए समय-समय पर अपनी आंखों व
नेत्रों की जांच अवश्य करा लें, ताकि आंखों की बड़ी बीमारी से बचा जा
सके। यदि समय रहते उपचार करा लिया जाए तो अंधता जैसी बीमारी से बचा जा
सकता है। महाराज जी ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि
आंखों के प्रति सभी को गंभीर होना चाहिए। यदि आंखें ही नहीं रहेंगी तो
जीवन में अंधेरा ही अंधेरा है।

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