गुडग़ांव, कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए घरों में
रहकर लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। दूसरे चरण के लॉकडाउन के अंतिम
19वें दिन भी राष्ट्रीय राजमार्ग व शहर के अन्य क्षेत्रों में आवाजाही कम
ही दिखाई दी। गुडग़ांव में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में वृद्धि होने से
लोग चिंतित होने शुरु हो गए हैं। हालांकि जिला प्रशासन कोरोना के प्रति
बड़ा गंभीर है। दिल्ली सीमाओं से लगती गुडग़ांव की सीमाओं को जिला प्रशासन
ने पूरी तरह से सील किया हुआ है। सीमाओं को सील करने के तीसरे दिन भी
सीमाओं पर लोग पुलिसकर्मियों से उलझते दिखाई दिए। जिला प्रशासन ने सख्त
हिदायत दी हुई है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी वैध पास ही गुडग़ांव सीमा
में आने वाले पास धारकों के लिए मान्य होगा। अन्य पासों से सीमाओं में
प्रवेश नहीं होने दिया जाएगा। वैध पास न होने के कारण बड़ी संख्या में
लोगों को पुलिसकर्मियों ने लौटा भी दिया। हालांकि इस प्रकार के पासधारक
सीमा से लगते ग्रामीण क्षेत्रों से निकलने का प्रयास भी कर रहे हैं,
लेकिन जिला प्रशासन की नजर उन पर है। प्रशासनिक अधिकारी व पुलिसकर्मी
उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों से होकर भी नहीं निकलने दे रहे हैं। जिला
प्रशासन ने सीमाओं पर कार्यवाही करने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी तैनात
किए हुए हैं, ताकि वे दिल्ली सीमाओं से गुडग़ांव आने-जाने वाले लोगों पर
नजर रख सकें। पुलिस ने पूरी शक्ति दिखानी शुरु की हुई है। शहर के विभिन्न
क्षेत्रों स्थित आवासीय कालोनियों में भी पुलिस ने सख्त गश्त बढ़ा दी है।
पुलिस राइडर्स इन कालोरियों में भ्रमण कर लोगों से लॉकडाउन का पालन कराने
का आग्रह भी कर रहे हैं। आज सोमवार से लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरु होगा।
उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए दिशा-निर्देश जारी कर कहा है कि
जिस हॉटस्पॉट में कोरोना पॉजिटिव केस ठीक हो जाएगा। यानि कि उसकी सैंपल
रिपोर्ट नेगेटिव आ जाएगी, उसके 28 दिन बाद ही उस कंटेनमेंट जोन को खोला
जा सकता है। पहले के दिशा-निर्देश ये थे कि किसी कंटेनमेंट जोन में यदि
14 दिन तक कोई केस नहीं आता है तो उस क्षेत्र का कंटेनमेंट जोन हटाया जा
सकता था। गौरतलब है कि कुछ लोग पुराने दिशा-निर्देशों के अनुसार
कंटेनमेंट हटाए जाने का इंतजार कर रहे हैं। कोरोना से कोई भी नुकसान न हो
इसलिए सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
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