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छठे चरण के लॉकडाउन व अनलॉक 2 का छठा दिन

गुडग़ांव, कोरोना महामारी का प्रभाव देश के विभिन्न
प्रदेशों में लगातार कम होता दिखाई दे रहा है। हरियाणा प्रदेश में भी कुछ
जिलों को छोडक़र अन्य जिलों में कोरोना के नए संक्रमित बहुत कम संख्या में
ही आ रहे हैं। गुडग़ांव में भी गत माह जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या
प्रतिदिन के हिसाब से हजारों तक पहुंच गई थी, वहीं अब 2 से अढ़ाई दर्जन
में ही सिमट कर रह गई है। कोरोना से स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी
लगातार वृद्धि हो रही है। अधिकांश कोरोना संक्रमित अपने ही घरों में
कोरोना का उपचार करा रहे हैं और उनका मानना है कि वे भी शीघ्र ही कोरोना
को मात देकर स्वस्थ हो जाएंगे। प्रदेश सरकार ने कोरोना से प्रदेशवासियों
को बचाने के लिए छठे चरण के लॉकडाउन की घोषणा की हुई है। छठे चरण के
लॉकडाउन व अनलॉक 2 के छठे दिन शहर के हालात कोरोना से पूर्व की स्थिति
जैसे दिखाई देने लगे हैं। कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने
कार्यवाही शुरु की हुई है। कोरोना जांच का सिलसिला जारी है, ताकि कोरोना
संक्रमितों की पहचान की जा सके और उनका उपचार भी शुरु किया जा सके। जिला
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह से गंभीर हुआ दिखाई
दे रहा है। उधर कोरोना में अपनों को खोने वाले बच्चों का भविष्य सुधारने
में उद्यमी भी मैदान में आने शुरु हो गए हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने
ऐसे बच्चों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की घोषणा की हुई है, लेकिन
उद्योग जगत के उद्यमियों ने भी अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए
यह कदम उठाया है। मानेसर स्थित आईएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने बैठक कर
फैसला लिया है कि कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया
है और वे आर्थिक रुप से सक्षम नहीं है उन बच्चों को गोद लेकर उन्हें
12वीं तक की निशुल्क शिक्षा दिलाई जाएगी और इसका पूरा खर्च एसोसिएशन ही
उठाएगी। एसोसिएशन के महासचिव मनोज त्यागी का कहना है कि बच्चों के भविष्य
के लिए उद्यमी हमेशा तैयार रहते हैं। इसी क्रम में यह नेक कार्य करने का
उनकी संस्था ने निर्णय लिया है। उद्यमी समय-समय पर जिला प्रशासन को भी
किसी न किसी रुप में कोरोना से जंग लडऩे के लिए अपनी सेवाएं देते आ रहे
हैं। उधर शहर के मुख्य सदर बाजार में अपनी जरुरत का सामान खरीदने वालों
की अच्छी-खासी भीड़ दिखाई दी, लेकिन बाजार आने वाले लोग सामाजिक दूरी का
पालन करना भूलते जा रहे हैं, जबकि जिला प्रशासन उनसे आग्रह करता आ रहा है
कि वे कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी का पालन अवश्य करें। कोरोना
अभी गया नहीं है, इसका प्रकोप कम अवश्य हुआ है। लोगों को यह ध्यान रखना
चाहिए, लेकिन लापरवाह लोग इस ओर ध्यान देते दिखाई नहीं दे रहे हैं।

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