गुडग़ांव, गुडग़ांव के संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष
संतोख सिंह की अगुवाई में किसानों का प्रतिनिधिमंडल राजधानी दिल्ली में
जंतर-मंतर पर आयोजित किसान संसद में पहुंचा। जंतर-मंतर पर गत सप्ताह से
ही किसान संसद का आयोजन प्रतिदिन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि
मंगलवार को आयोजित हुई किसान संसद में आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन
पर बहस हुई। संतोख सिंह का कहना है कि सरकार यह कहती है कि किसानों पर
लगे प्रतिबंध सरकार ने हटा लिए हैं, लेकिन सरकार जनता को गुमराह कर रही
है। इस अधिनियम में जो संशोधन किया गया है, उसमें पूंजीपतियों पर लगे
प्रतिबंध हटाए गए हैं। उनका कहना है कि अब पूंजीपति खाद्य वस्तुओं का
कितना भी स्टॉक कर सकते हैं। यानि कि केंद्र सरकार ने पूंजीपतियों को
जमाखोरी करने की पूरी छूट दे दी है। उन्होंने सरकार के इस कथन पर भी
ऐतराज उठाया कि सरकार ने कानून के माध्यम से बिचौलियों की भूमिका समाप्त
कर दी है। जबकि सरकार ने पूंजीपति कारपोरेट घरानों को बड़े बिचौलियों की
भूमिका दे दी है। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों का लाभ किसानों को
न मिलकर पूंजीपति व कारपोरेट घरानों को ही मिलेगा। ये अपने हिसाब से
मार्किट को चलाएंगे और देश में महंगाई बढ़ेगी। किसानों की संसद ने आवश्यक
वस्तु संशोधन नियम को सर्वसम्मति से रद्द कर दिया। गुडग़ांव में भी
धरने-प्रदर्शन का आयोजन नियमित रुप से चल रहा है।
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