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अनलॉक-2 का 7वां दिन लॉकडाउन के बाद आर्थिक प्रगति पर अग्रसर हो रहा है गुडग़ांव उत्पादन ने पहिये ने पकड़ ली है रफ्तार यह संभव हो पाया है जिला प्रशासन की कार्यकुशलता से

गुडग़ांव, वैश्विक कोरेाना महामारी के प्रकोप से
जिलेवासियों को बचाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क दिखाई दे
रहा है। जिला प्रशासन ने आर्थिक व्यवस्था को भी पटरी पर लाने के लिए पूरे
प्रयास किए हुए हैं, जिनका परिणाम भी सामने आने लगा है। गुडग़ांव जिला ऑटो
मोबाइल क्षेत्र का हब माना जाता है। क्योंकि देश की बड़ी वाहन निर्मात्री
कंपनियां गुडग़ांव जिले में ही हैं। गुडग़ांव व आईएमटी मानेसर स्थित मारुति
सुजूकी के दोनों प्रतिष्ठानों में जहां दोनों पारियों में उत्पादन चल रहा
है, वहीं उत्पादन ने पूर्व की भांति पूरी गति पकड़ ली है। मारुति सुजूकी
व अन्य प्रतिष्ठानों को कलपुर्जे उपलब्ध कराने वाले ज्वाईंट वैंचर्स में
भी उत्पादन में तेजी आई है। दोपहिया वाहन निर्मात्री हीरो मोटो कॉर्प व
होण्डा मोटर्स में भी उत्पादन मे तेजी देखी जा रही है। इसी प्रकार उद्योग
विहार स्थित एक्सपोर्ट प्रतिष्ठानों में भी उत्पादन तेजी से होना शुरु हो
गया है। अन्य औद्योगिक क्षेत्रों नरसिंहपुर, खेडकीदौला, बसई-कादीपुर,
दौलताबाद, बावल, सिंधरावली, बिनौला आदि स्थित औद्योगिक प्रतिष्ठानों में
उत्पादन ने गति पकड़ ली है। गुडग़ांव जिला अब आर्थिक प्रगति की ओर अग्रसर
होता दिखाई दे रहा है। इस सब का श्रेय प्रदेश सरकार द्वारा जारी
दिशा-निर्देशों व इन निर्देशों का पालन कराने वाले जिला प्रशासन को ही
जाता है। औद्योगिक क्षेत्र कोरोना वायरस महामारी से उबरने की दिशा में
सतत प्रयासरत दिखाई दे रहे हैं। हालांकि कोरोना पीडि़तों की संख्या गत
माह की अपेक्षा कम ही आ रही है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि कोरोना से
जंग लडक़र स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही
है। कोरोना से पीडि़त हाई रिस्क क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने पूरी
व्यवस्था की हुई है, ताकि कोरोना के प्रकोप को कम किया जा सके। प्रतिदिन
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निशुल्क कोरेाना जांच शिविर भी आयोजित किए
जा रहे हैं, इनमें बड़ी संख्या में शहरवासी कोरेाना की जांच करा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग एक पखवाड़ा पूर्व कोरोना पीडि़तों के बारे में पूरी
जानकारी दे रहा था, लेकिन अब यह जानकारी आम लोगों को नहीं मिल पा रही है।
इसको लेकर भी आम लोग परेशान हैं। उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा
जारी हैल्थ बुलेटिन में नए मरीजों, मृतकों व आइसोलेट होने वाले मरीजों की
संख्या बताई जा रही है। जबकि इससे पूर्व क्षेत्र के मुताबिक नए मरीजों की
जानकारी सार्वजनिक की जा रही थी, जो अब नहीं दी जा रही है। उधर स्वास्थ्य
विभाग का कहना है कि संक्रमित मरीजों व स्वस्थ होने वाले मरीजों की
संख्या भी बढ़ रही है, जिसके कारण विस्तार से जानकारी देना संभव नहीं हो
पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।
अनलॉक-2 के 7वें दिन भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात सामान्य
दिखाई दिया। उधर कोरोना पीडि़तों वाले हाई रिस्क क्षेत्रों में भी जिला
प्रशासन के उच्चाधिकारी पूरी नजर रखे हुए हैं। शहर के सभी मुख्य बाजार
नियमित रुप से खुल गए हैं और धीरे-धीरे ग्राहकों की संख्या भी बढ़ती नजर
आ रही है। शॉपिंग मॉल्स संचालक भी कम पहुंचने वालो ग्राहकों की समस्या से
उबरने शुरु हो गए हैं।

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