गुडग़ांव, कोरोना वायरस महामारी के चलते जहां देश में एक
ओर आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है, वहीं आर्थिक मंदी से देश को उबारने के
लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कारोबारियों को आह्वान कर रहे हैं कि वे
छोटे बड़े व्यापारी लोकल को वोकल बनाएं, ताकि देश आत्मनिर्भर हो सके और
देश के विकास को पटरी पर लाया जा सके, लेकिन प्रधानमंत्री के इस आह्वान
को प्रदेश सरकार के आबकारी व कराधान विभाग के अधिकारी ही पलीता लगाने में
कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहे हैं। कारोबारियों को अपना कारोबार शुरु
करने के लिए जीएसटी का पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पहले ये पंजीकरण 3 दिन
में हो जाता था, लेकिन अब 15 दिनों तक भी इंतजार के बाद जीएसटी का
पंजीकरण नहीं हो पा रहा है, जिससे नया कारोबार शुरु करने वाले कारोबारी
परेशान हो रहे हैं और उन्हें विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। उनका
कहना है कि क्या इसी प्रकार भारत आत्मनिर्भर होगा? कर सलाहकार पंकज वर्मा
का कहना है कि कोरोना से उबरने के लिए प्रधानमंत्री ने देशवासियों को
आह्वान किया है कि वे अपना कारोबार शुरु करें, लेकिन अधिकारी इस दिशा में
सहयोग नहीं कर रहे हैं। जीएसटी के पंजीकरण में विभाग बहुत समय लगा रहा
है। इसकी शिकायत कारोबारी प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री मनोहरलाल से भी
कर चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। अधिकारी
नाहक ही जीएसटी पंजीकरण में अड़चनें डाल रहे हैं। उन्होंने भी प्रदेश
सरकार से आग्रह किया है कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप कर जीएसटी
पंजीकरण को सुलभ बनाना चाहिए, ताकि कारोबारी अपना नया कारोबार शुरु कर
देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
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