गुडग़ांव, छात्र संगठन आल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स
आर्गनाइजेशन (एआईडीएसओ) ने सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रस्तरीय
प्रतिवाद दिवस मनाया और अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा कराने को लेकर
यूजीसी द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों को रद्द करने की मांग भी की गई।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष हरीश कुमार व सचिव उमेश कुमार का कहना है कि
यूजीसी द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश सरासर गलत हैं। देश में कोरोना
महामारी तेजी के साथ फैल रही है और यह संक्रमण अब गांवों तक भी फैल गया
है। अधिकांश छात्र गांव से ही हैं। ऐसे में परीक्षा कराना उनके जीवन से
खिलवाड़ करना है। इसे संगठन कतई बर्दास्त नहीं करेगा। उन्होंने मांग की
है कि जब तक कोरेाना वायरस की स्थिति सामान्य न हो जाए, तब तक छात्रों की
परीक्षा न ली जाए। अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एक समान, भेदभाव रहित और
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को सुनिश्चित करने वाली वैज्ञानिक मूल्यांकन
प्रणाली विकसित की जाए। उनका कहना है कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों
के कुलपतियों को ईमेल कर उनसे मांग की गई है कि विश्वविद्यालय की सभी
परीक्षाएं रद्द की जाएं। इस दौरान बड़ी संख्या में छात्रों ने अपने हाथों
में मांग चार्ट लेकर सोशल मीडिया पर इस मांग को जोरशेार से उठाया।
छात्रों का कहना है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो उन्हें मजबूर होकर
सडक़ों पर उतरना पड़ेगा, जिसके लिए यूजीसी ही जिम्मेदार होगा।
Comment here