गुडग़ांव- सर्दियों का सीजन शुरु हो चुका है, लेकिन अभी भी सब्जियों के दामों में कोई नरमी नहीं दिखाई दे रही है। यानि कि सब्जी के दाम काफी बढ़ गए हैं। आमतौर पर बरसात के बाद जब शीत ऋतु शुरु होने लगती है तो सब्जियों के दाम भी धीरे-धीरे कम होने लगते हैं, लेकिन इस बार ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है। सब्जियों के दामों में गर्मी के मौसम से वृद्धि होनी शुरु हुई थी, जोकि अभी तक भी जारी है। परिवारों में इस्तेमाल होने वाले आलू से लेकर टमाटर, फूल गोभी, बीन्स, शिमला मिर्च, टिण्डा, बैंगन, पालक, अदरक सभी महंगे हैं। जिससे गृहणियों की रसोई काफी महंगी हो गई हैं। उनका कहना है कि पिछले कई महीनों से हरी सब्जियों की कीमतें बढ़ी हुई हैं। अब वे अपनी रसोई की कैसे व्यवस्था करें, यह उनकी समझ से बाहर है।
उनका कहना है कि आलू, प्याज, लौकी, मूली के दाम 40 रुपए प्रति किलो हैं, वहीं फूल गोभी, बैंगन, शिमला मिर्च, भिण्डी 60 रुपए से लेकर 100 रुपए किलो तक बेची जा रही हैं। कालोनियों में तो और भी बुरा हाल है। गृहणियां कहती हैं कि सब्जियों के दाम कब कम होंगे, सब्जी वाले से वे प्रतिदिन पूछती रहती हैं। उधर सब्जी का कारोबार करने वालों का कहना है कि इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता कि सब्जियों के दामों में कब कमी आएगी। उनका कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दामों के बढऩे के कारण सब्जियों के दामों में भी वृद्धि हुई है। आजादपुर मंडी से ही महंगी सब्जियां आ रही हैं तो उन्हें भी महंगी ही बेचनी पड़ रही हैं। उधर रेहडिय़ों पर सब्जी बेचने वालों का कहना है कि अब सब्जी बेचना भी घाटे का सौदा बनता जा रहा है। क्योंकि महंगी सब्जी लाते हैं और वे पूरी बिक भी नहीं पाती। जिससे उन्हें भी काफी घाटा उठाना पड़ रहा है।
Comment here