गुडग़ांव- जिला न्यायालय परिसर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण ये कूड़े के ढेर बुरी तरह से सड़ रहे हैं। दुर्गंध आनी शुरु हो गई है, जिससे संक्रामक बीमारी फैलने का भी भय अधिवक्ताओं में व्याप्त हो गया है। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व
सचिव पंडित अरुण शर्मा, ब्रह्मप्रकाश, रवि अत्री, परमतप मुदगिल, जितेंद्र कौशिक आदि अधिवक्ताओं का कहना है कि हॉल नंबर एक के निकट कूड़े का बड़ा ढेर लगा हुआ है। जिससे दुर्गंध उठनी शुरु हो गई है। अधिवक्ताओं का अपनी सीटों पर बैठना भी दुश्वार हो गया है। गेट नंबर 6 के निकट सीवर के मैनहॉल पर ढक्कन ही नहीं है। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। अधिवक्ताओं का कहना है कि न्यायालय परिसर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में देशी-विदेशी मुवक्किल भी अपने केसों की सुनवाई के लिए आते रहते हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े जिला न्यायालय की यह हालत देखकर वे क्या सोचते होंगे, इसका अंदाजा स्वयं ही लगाया जा सकता है। शौचालयों का भी बुरा हाल है। उनका कहना है कि इस बारे में न्यायालय प्रबंधन को भी कई बार सूचित कर दिया गया है, लेकिन समस्या का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। अधिवक्ताओं संजय कौशिक, अश्विनी शर्मा, आरडी शर्मा, महेंद्र कौशिक, नरेश दीक्षित, ब्रह्मदत्त शर्मा, राजेश भारद्वाज, मदन कौशिक आदि का कहना है कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश को इस दिशा में कड़े कदम उठाने चाहिए। उन्होंने जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नगर निगम आयुक्त व जिला प्रशासन से मांग की है कि न्यायालय परिसर में जनहित में सफाई अभियान चलाया जाए, ताकि संभावित संक्रामक बीमारियों को फैलने से रोका जा सके और अधिवक्ता व मुवक्किल अपना कार्य आसानी से कर सकें।
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