गुडग़ांवI आजादी के अमृत महोत्सव की तैयारियों को लेकर विभिन्न राजकीय विद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन विद्यालय
प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। अमृत महोत्सव के बारे में जहां छात्रों को जानकारियां दी जा रही हैं, वहीं आजादी की लड़ाई में अपना सर्वोच्च
बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के बारे में भी बताया जा रहा है। इसी क्रम में सैक्टर 4 स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कथावाचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत कहानी वाचन प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया, जिसमें विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। अंग्रेजी विभाग के प्रवक्ता वीरेंद्र चौहान ने छात्रों को देश पर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले देशभक्तों से जुड़े कई प्रसंग भी सुनाए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर स्वतंत्रता हासिल की है।
छात्रों ने भी देशभक्तों के संस्मरण अपने उद्बोधन में सुनाए। छात्र एकलव्य ने 1971 के भारत-पाक युद्ध से जुड़े कई प्रसंगों का वर्णन करते हुए कहा कि यह युद्ध 3 दिसम्बर से 16 दिसम्बर तक चला था। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को नाकों चने चबवा दिए थे और पाकिस्तानी सेना को आत्मसमर्पण करना पड़ा था। छात्र आदर्श ने चंद्रशेखर आजाद को समर्पित अपनी रचना भी सुनाई। छात्रा
काजल ने तिरंगा झण्डा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तिरंगा कब-कब और कहां-कहां फहराया जाता है। विद्यालय की प्रधानाचार्या सुमनलता शर्मा ने संविधान में तिरंगा से संबंधित हुए संशोधनों के बारे में भी छात्रों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने छात्रों की हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा अवश्य फहराएं और अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी दें। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं का बड़ा योगदान रहा।
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