गुडग़ांवI देशवासी आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहे हैं, जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों, शहीदों व अन्य विभूतियों को याद किया जा रहा है जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना अहम योगदान दिया था। भारतीय ट्रेड यूनियन नेता नारायण मल्हार जोशी को
उनकी जयंती पर श्रमिकों द्वारा रविवार को याद किया गया। वरिष्ठ श्रमिक नेता कुलदीप जांघू ने बताया कि नारायण मल्हार जोशी का जन्म 5 जून 1879 को महाराष्ट्र के कोलाबा जिले के गोरेगांव में हुआ था। वह ट्रेड यूनियन नेता थे और गोपाल कृष्ण गोखले के अनुयायी थे। उन्होंने प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय के साथ वर्ष 1920 में अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस की शुरुआत की थी। वह 1925 से 1929 और 1940 से 1948 तक श्रमिक संगठन एटक के महासचिव रहे।
एटक छोड़ कर उन्होंने अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन फेडरेशन की शुरुआत की थी और उन्होंने सोशल सर्विस लीग नामक एक संगठन की स्थापना की थी। इस संगठन में शामिल स्वयंसेवकों को आपदा में फंसे लोगों को किस प्रकार से राहत दिलाई जाए, उनका प्रशिक्षण भी दिया जाता था। वरिष्ठ श्रमिक नेता ने बताया कि इन स्वयंसेवकों ने जोशी के आह्वान पर अकाल महामारी, बाढ़ व अन्य आपदाओं में फंसे लोगों को जहां राहत कार्य उपलब्ध कराए थे, वहीं उनके कल्याण के भी कई कार्यक्रम चलाए गए थे। वह बॉम्बे टेक्सटाइल लेबर यूनियन के अध्यक्ष भी रहे थे। उन्होंन आधुनिक भारतीय सामाजिक कार्यों के अग्रदूतों में से एक माना जाता है। उनका निधन 30 मई 1955 को हुआ था। श्रमिक नेता ने श्रमिकों से आग्रह किया कि जोशी के दिखाए रास्ते पर चलकर ही श्रमिक वर्ग का भला संभव है, यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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