गुडग़ांवI प्रिंस हत्याकांड में बुधवार को जुवेनाइज जस्टिस बोर्ड द्वारा सुनवाई की गई। जस्टिस बोर्ड ने मनोचिकित्सक से राय मांगी थी कि क्या आरोपी भोलू की मानसिक स्थिति का कोई टेस्ट करना प्रासंगिक होगा या नहीं। मनोचिकित्सक अपनी रिपोर्ट बोर्ड के समक्ष पेश
नहीं कर सकी, जिस पर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के मजिस्ट्रेट ने किसी अन्य मनोचिकित्सक को जिम्मेदारी सौंपी है कि वह अपनी रिपोर्ट आगामी 6 अगस्त को बोर्ड के समक्ष पेश करें ताकि मामले की आगे सुनवाई शुरु की जा सके। अभी तक यह ही स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आरोपी भोलू के मामले की सुनवाई वयस्क के रुप में की जाए या फिर अवयस्क के रुप में।
बुधवार को आरोपी भोलू की पेशी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष की गई। इस अवसर पर आरोपी, पीडि़त व सीबीआई पक्ष भी मौजूद रहे। अब नए मनोचिकित्सक को अपनी रिपोर्ट 6 अगस्त को बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत करनी है। गौरतलब है कि वर्ष 2017 की 8 सितम्बर को जिले के एक निजी स्कूल के शौचालय में कक्षा दूसरी के छात्र की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई सीबीआई ने स्कूल के ही कक्षा 11वीं के छात्र भोलू को आरोपी के रुप में गिरफ्तार कर लिया गया था। पीडि़त पक्ष सर्वोच्च न्यायालय तक गुहार लगा चुका है कि भोलू के मामले की सुनवाई वयस्क के रुप में की जाए। हालांकि जब यह घटना घटित हुई थी, उस समय भोलू करीब साढ़े 16 साल का था।
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