गुरुग्राम,। देश के विकास और उन्नति में किसानों का बड़ा योगदान रहा है। भारत देश कृषि प्रधान देश है। केंद्र व प्रदेश सरकारों ने कृषि को बढ़ावा देने के लिए आधुनिकतम कृषि प्रणाली भी लागू की है, जिसके तहत किसानों को उन्नत किस्म के बीज व आधुनिक संसाधन भी उपलब्ध कराए हैं। किसानों के लिए समय समय पर गोष्ठी का आयोजन भी देश के विभिन्न क्षेत्रों में होता रहा है, जिनमें उन्नतिशील किसानों को सम्मानित भी किया जाता रहा है।
इसी क्रम में गत दिवस उदयपुर में 3 दिवसीय 62वी अखिल भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान कार्यकर्ता गोष्ठी का आयोजन 2023 का आयोजन महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर में डॉ अजित कर्नाटक एवं भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसन्धान संस्थान करनाल के डा ज्ञानेन्द्र सिंह द्वारा किया गया, जिसमें उत्तरप्रदेश शामली जिले के गांव भैंसवाल के उन्नतिशील किसान उमेश कुमार, अयोध्या के रामगोपाल तिवारी, हरियाणा के विकास चौधरी, प्रीतम सिंह, मध्यप्रदेश मुरैना के अतर सिंह को उन्नतिशील खेती में योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया है।
किसानों की इस गोष्ठी को पंजाब के कुलदीप शेरगिल, कृषि वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं पंत नगर यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर एसके प्रधान, आरएस पुरोधा आदि ने भी संबोधित करते हुए किसानों से उनकी समस्याओं आदि की जानकारी भी ली और उनका समाधान कराने का आश्वासन भी दिया। उत्तरप्रदेश के किसान उमेश कुमार ने प्राकृतिक खेती पर अपने विचार भी रखे। प्राकृतिक खेती में गेहूं की वैरायटी, बेहतर उत्पादन आदि पर जानकारी साझा की। उनका कहना है कि गेहूं व अन्य फसलों की खेती में वैश्विक तापमान के बढऩे के कारण फसल उत्पादन कम होने के साथ साथ बीमारिया बढी है। कोरोना कॉल में कृषि का योगदान भी जीडीपी में सबसे अच्छा रहा था। वैश्विक अनुबंध के कारण भारत को 2070 तक कार्बन मुक्त करना है।
उमेश कुमार ने प्राकृतिक खेती में गेहूं, बासमती चावल, दाल, गन्ने के उत्पाद-गुड़ शक्कर ओर खाण्ड का उत्पादन पिछले 7 सालों से कर रहे है। इसके अलावा घर पर किचन गार्डन में कुछ सब्जियों को भी उगाते हैं। इस गोष्ठी में विश्व के अमेरिका, जापान, मेक्सिको, स्वीडन, बंगलादेश, इग्लैंड आदि देशों के वैज्ञानिकों ने भी जानकारी साझा की। सम्मान प्राप्त करने वाले किसानों का कहना है कि उन्हें जो सम्मान मिला है, इससे उनका मनोबल और बढ़ा है और वे अधिक ऊर्जा से कृषि के उत्पादन में अपना योगदान देंगे।