गुडग़ांव: मुगल शासकों को धूल चटाने वाले सिख समुदाय के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों व माता गुजरी की शहादत को
लेकर शहीदी सप्ताह के दौरान साइबर सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रमों के आयोजन का सिलसिला जारी है।
उप्पल साउथएंड सोसायटी के गुरुद्वारे में सफर-ए- शहादत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सिख समुदाय के युवाओं ने युद्धकला का भी प्रदर्शन करते हुए हैरंतअंगेज करतब भी दिखाए। उपस्थित लोगों ने उनकी कला की बड़ी सराहना की। इस कार्यक्रम का आयोजन गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा व उप्पल साउथएंड आरडब्ल्यूए द्वारा किया गया था, जिसमें सिख समुदाय के ही नहीं, अपितु अन्य समुदाय के लोगों ने भी बढ़-चढक़र भाग लिया। माता गुजरी व साहिबजादों की शहादत को नमन किया गया। वक्ताओं ने बताया कि किस तरह से मुगलों से भारतवासियों को बचाने के लिए सिख पंथ आगे आया और उन्हें धूल चटाई।
माता गुजरी और साहिबजादों को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए उन पर दबाव बनाया गया, लेकिन उन्होंने मुगलों के सामने अपने घुटने नहीं टेके। उन्हें तरह-तरह की यातनाएं देने के बाद जिंदा ही दीवार में चिनवा दिया गया था। इस अवसर पर गुरु नानक देव हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं ने वीर रस की कविता भी प्रस्तुत की। शहादत से जुड़े शबद कीर्तन के आयोजन ने सभी का मन मोह लिया।
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