गुडग़ांवI श्रम विभाग के आदेशों को औद्योगिक प्रतिष्ठानों की अधिकांश प्रबंधन गंभीरता से नहीं लेती, जिससे श्रमिकों में रोष व्याप्त होता जा रहा है। इस प्रकार के आरोप समय-समय पर विभिन्न श्रमिक संगठन प्रबंधन पर लगाते आ रहे हैं। विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों स्थित कई प्रतिष्ठानों में लंबे समय से श्रमिक विवाद चल रहे हैं। नपीनो श्रमिक यूनियन का कहना है कि उन्होंने 3 साल पूर्व प्रबंधन को श्रमिकों का
सामूहिक मांगपत्र दिया था, लेकिन आज तक भी इन मांगपत्र का समाधान नहीं हो सका है। क्योंकि प्रबंधन नहीं चाहती कि मांगपत्र का समाधान हो। अपनी इस मांग को लेकर बुधवार को श्रमिक यूनियन ने मानेसर प्लांट में गेट मीटिंग का आयोजन किया। यूनियन के प्रधान नरेश व महासचिव परशुराम ने गेट मीटिंग में शामिल हुए श्रमिकों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रम विभाग जब बैठकों का आयोजन करता है तो प्रबंधन की ओर से कोई अधिकारी उपस्थित नहीं होता। वे तरह-तरह के बहाने बनाते रहते हैं।
श्रमिक नेताओं ने कहा कि अब प्रबंधन का कोई बहाना नहीं चलेगा। उन्होंने प्रबंधन से मांग की है कि वार्ता के माध्यम से सामूहिक मांगपत्र का सम्मानजनक समाधान किया जाए। श्रमिक अब और अधिक इंतजार नहीं करेंगे। श्रमिक नेता नवराज दहल ने कहा कि सभी संगठित होकर प्रबंधन के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे और जीत श्रमिकों की ही होगी। उन्होंने श्रमिकों से आग्रह किया कि वे संगठित रहें ताकि उनकी मांगों को प्रबंधन से पूरा कराया जा सके। गेट मीटिंग को श्रमिक नेता राजपाल, कुलदीप सिंह, मुकेश कुमार, सुधीरपाल, संदीप कुमार, प्रेमानंद आदि ने भी प्रबंधन को चेतावनी दी है कि समय रहते बैठकों का आयोजन कर श्रमिकों की समस्याओं का समाधान निकाला जाए। अन्यथा श्रमिकों को बड़ा आंदोलन शुरु करना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रबंधन की ही होगी।
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