मामले की हो निष्पक्ष जांच, ताकि क्षेत्र में बना रहे अमन चैन
गुडग़ांव। गत दिवस जिले के गांव तिघरा में महापंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें सैक्टर 57 स्थित एक निर्माणाधीन मस्जिद मामले को लेकर पंचायत में सहमति बनी थी कि इस मस्जिद प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाए और मस्जिद मामले में क्षेत्र के जिन युवाओं के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है, उस मामले को निरस्त किया जाए, ताकि क्षेत्र में अमन चैन बना रहे।
महापंचायत में यह निर्णय भी लिया गया था कि महापंचायत की इस मांग को जिला प्रशासन तक पहुंचा दिया जाए। सोमवार को तिघरा व आस-पास के ग्रामीणों तथा हिंदू संगठनों ने उपायुक्त व पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। ज्ञापन में दर्जनों लोगों के हस्ताक्षर भी अंकित हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि 31 जुलाई की रात्रि में सैक्टर 57 स्थित मस्जिद पर जो हमला हुआ था उसमें तिघरा गांव के कुछ युवाओं को आरोपित कर गिरफ्तार किया गया है। मस्जिद पर हमला हुआ, इसके कारणों व मस्जिद की पूर्ववर्ती कार्यशैली पर गहन जांच की जानी चाहिए। क्योंकि पूर्व में मस्जिद की स्थापना ही विवाद का विषय बना रहा है।
ज्ञापन में प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से मांग की गई है कि पुलिस द्वारा पकड़े गए युवाओं को तुरंत रिहा किया जाए और एक सप्ताह के भीतर जांच कराई जाए। यह मांग भी की गई है कि दर्ज की गई एफआईआर का पुन: अवलोकन किया जाए और इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाए। जांच का दायरा व्यापक कर उसे अन्य नजरियों से भी देखा जाए। केवल तिघरा गांव के युवाओं को ही मोहरा बनाकर आरोपित न बनाया जाए। उनका कहना है कि गिरफ्तार किए गए युवक एक ही परिवार व गांव तिघरा के छात्र हैं। उनका कथित अपराध से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस ने बिना जांच किए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। ग्रामीणों ने उपायुक्त व पुलिस आयुक्त को ज्ञापन देकर मांग की है कि उनके साथ न्याय किया जाए, ताकि सामाजिक सौहार्द व क्षेत्र में अमन-चैन बना रहे।