पिछले 2 दिन की बारिश के बाद बिजली आपूर्ति शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नियमित होती नजर नहीं आ रही है। या यूं कहा जाए कि बारिश के बाद बिजली आपूर्ति की स्थिति और अधिक खराब हो गई है तो यह कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। बिजली की अघोषित कटौती जारी है। इस अघोषित कटौती से औद्योगिक क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है। जिले के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली की अघोषित कटौती का सिलसिला जारी है। उद्यमी भी इस अघोषित कटौती से परेशान हो गए हैं। उनका उत्पादन जहां प्रभावित हो रहा है, वहीं उत्पादन लागत भी बढ़ती जा रही है। बिजली व्यवस्था शहरी व औद्योगिक क्षेत्रों में बुरी तरह से चरमराई हुई है।
उपभोक्ता अपनी शिकायतें शिकायत केंद्र पर देते हैं तो कोई फोन उठाने वाला नहीं मिलता। यदि फोन उठा भी लिया गया तो यही कहा जाता है कि वर्षा व आंधी के कारण पेड़े व खंभे टूटे हुए हैं, इसलिए बिजली आपूर्ति बंद हैं। बिजली कब आएगी यह कोई नहीं बताता। हरियाणा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के संस्थापक चेयरमैन किशन कपूर का कहना है कि बिजली की अघोषित कटौती से औद्योगिक क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हो चुके हैं। बिजली का चल रहे इस संकट से कब उद्यमियों को निजात मिलेगी, यह नहीं कहा जा सकता। उद्यमी बुरी तरह से परेशान हैं। उत्पादन लागत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। महंगाई के इस दौर में उद्यमी अपना उत्पादन कैसे करें, यही सोच-सोचकर परेशान हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया है कि बिजली की अघोषित कटौती बंद कराई जाए और नियमित रुप से बिजली आपूर्ति की जाए।
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