नगर निगम ट्री गार्ड आदि लगाकर रखे वृक्षों का रिकॉर्ड
गुडग़ांव। बढ़ते प्रदूषण को कम करने व पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए समय समय पर पौधारोपण कार्यक्रमों का आयोजन भी प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व सामाजिक संस्थाओं किया जाता रहा है, ताकि रोपित किए गए पौधे बड़े होकर वटवृक्ष का रुप धारण कर सकें और इनका लाभ आमजन को मिल सके। यह दुर्भाग्य है कि विकास के नाम पर बड़े-बड़े वटवृक्षों को काटा जा चुका है। बड़ी संख्या में वृक्ष विकास की भेंट चढ़ चुके हैं। प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में पौधारोपण किया जाता है, लेकिन रोपित किए गए पौधों की समुचित देखभाल न होने के कारण रोपित किए गए पौधे जीवित नहीं रह पाते। न्यू रेलवे रोड स्थित भीम नगर व महावीरपुरा क्षेत्र में सडक़ किनारे कई वृक्ष लगे हुए हैं, जो पनपते जा रहे हैं, लेकिन इन वृक्षों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि न जाने वे कौन लोग हैं, जो इन वृक्षों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और उनके विकास में बाधा पहुंचा रहे हैं। उनका कहना है कि इस प्रकार से न तो पर्यावरण संतुलित रहेगा और न ही बढ़ते प्रदूषण से आमजन को मुक्ति मिल पाएगी। ऐसे वृक्षों को बार-बार काट दिया जाता है। लोगों का कहना है कि वृक्षों को पशुओं से कम, बल्कि इंसानों से अधिक खतरा हो गया है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि नगर निगम क्षेत्र में जो वृक्ष उन पर नगर निगम नंबर भी लगाती है। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों से आग्रह भी किया है कि ऐसे वृक्षों की देखभाल करने के साथ-साथ उनको रिकॉर्ड में भी लिया जाए, ताकि इन वृक्षों की अवैध कटाई न हो और इनका लाभ राह चलते लोगों को भी मिल सके तभी पर्यावरण संतुलित रह पाएगा और पौधारोपण का अर्थ भी सार्थक हो सकेगा। ऐसे वृक्षों के लिए ट्री गार्ड आदि की व्यवस्था भी की जानी चाहिए और आस-पास के लोगों को इन वृक्षों की देखभाल की जिम्मेदारी भी सौंपी जानी चाहिए।
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