गुडग़ांवI भाई-बहन के प्रेम का संदेश ले जाने का कार्य आज भी डाक विभाग पूरी तन्मयता से करता दिखाई दे रहा है। डाक व संचार के
क्षेत्र में काफी प्रगति हो चुकी है। कोरियर व अन्य सेवाएं भी आमजन के लिए उपलब्ध है, लेकिन अभी भी डाक विभाग पर आमजन का पहले की भांति भरोसा बरकरार है। रक्षाबंधन पर्व को लेकर साईबर सिटी के डाक घरों में राखियां पोस्ट करने वालों का अच्छा खासा तांता लगा दिखाई देता है और यह माजरा पिछले काफी दिनों से चल रहा है। जानकारों का कहना है कि वैसे तो अब राखियां भेजने के लिए काफी विकल्प हैं, लेकिन अब भी लोग डाकघर के माध्यम से ही राखी भेजना अधिक सुरक्षित समझते हैं।
समाज का एक बड़ा वर्ग राखियों के लिए डाक घरों पर ही भरोसा करता है। यही कारण है कि डाक घरों में राखी पोस्ट करने वालों की भीड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जानकारों का यह भी कहना है कि आमजन अब भी साईकिल सवार डाकियों पर इसलिए भरोसा करते हैं कि जहां ऑनलाईन वाले डिलीवर नहीं कर पाते, ये डाकिये वहां भी राखियों की डिलीवरी कर रहे हैं। यानि कि उन जगहों तक राखियां सुरक्षित पहुंचा रहे हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में ही नहीं, अपितु विदेशों में भी पोस्ट ऑफिस के माध्यम से राखियां भेजे जाने का कार्य बदस्तूर जारी है।
डाक विभाग भी राखियों को लेकर गंभीर है। हर डाकघर में 15 रुपए का वाटर प्रूफ लिफाफा राखियां भेजने के लिए उपलब्ध है। राखियां सही स्थान व निश्चित समय में पहुंच जाए। डाक घर प्रभारी ऐसे लिफाफों पर राखी अंकित करा रहे हैं ताकि इन पैकेटों या लिफाफों की डिलीवरी प्राथमिकता के आधार पर की जा सके। हालांकि डाक घरों में कार्यरत कर्मियों का वर्क लोड बढ़ गया है, लेकिन ये कर्मचारी भी भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक इस पर्व को मनाने में पूरा सहयोग दे रहे हैं। जानकारों का यह भी कहना है कि छुट्टी वाले दिन भी डाक घर के डाकिये राखियों की डिलीवरी करेंगे।
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