गुडग़ांव। सयुक्त ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ दिन -रात के महापड़ाव के पहले दिन गुरुग्राम में सयुक्त रूप से संगठनों व यूनियनों के सदस्यों ने एकत्रित होकर रोष जताया। इस प्रदर्शन में श्रमिक संगठन एटक, हिंद मजदूर सभा, सीटू,इंटक, सयुक्त किसान मोर्चा, राज्य कर्मचारी, मिड डे मिल, स्कीम वर्कर, सफाई कर्मचारी, जन संगठन, जनवादी महिला समिति, सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा कर्मचारी संघ व औद्योगिक क्षेत्र की मजदूर यूनियनों ने बढ़-चढक़र भाग लिया।
श्रमिक नेताओं कामरेड जसपाल राणा, सतबीर सिंह, अनिल पंवार, एसएन दहिया, किसान मोर्चा के संतोख सिंह, केपी सिंह आदि ने प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों से कहा कि केंद्र सरकार श्रमिक विरोधी कानून बनाने में जुटी है। इन कानूनों के लागू होने पर प्रबंधनों को श्रमिकों का शोषण करने की खुली छूट मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि मजदूर व किसान विरोधी नीतियों का सभी संगठन खुलकर विरोध करते रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रैंग रही है। उन्होंने कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे संगठित रहें, ताकि मजदूर विरोधी कानूनों को लागू करने से सरकार को रोका जा सके। इस प्रदर्शन में श्रमिक नेता मनोज कुमार, प्रवेश त्यागी, सुरेश नोहरा, बलवीर कंबोज, उषा सरोहा, सरस्वती देवी, मूर्ति देवी, मीरा, विनोद भारद्वाज, हरी प्रकाश शर्मा, पूनम, शिव कुमार, नरेश शाहू, ओमनारायण, दलबीर मोर आदि शामिल रहे।