गुडग़ांवI आज वीरवार से सावन माह शुरु हो रहा है और सावन माह के पहले दिन से ही कावड़ यात्रा भी शुरु हो जाएगी। जिला प्रशासन
ने भी कावड़ यात्रा को लेकर अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं। कोरोना के बाद से कावड़ यात्रा का कई साल बाद आयोजन किया जा रहा है। गुडग़ांव से ही नहीं, अपितु प्रदेश के अन्य जिलों से भी भगवान शिव में आस्था रखने वाले श्रद्धालु बड़ी संख्या में हरिद्वार व गंगोत्री से कावड़ लाने के लिए जाते हैं। कोरोना काल में आस्था का प्रतीक यह पर्व नहीं मनाया जा सका था। इसलिए भी श्रद्धालुओं में कावड़ यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इन कावडिय़ों ने कई माह पूर्व ही कावड़ लाने की तैयारियां शुरु की हुई थी। जिला प्रशासन ने भी कावड़ यात्रा को लेकर बैठकों आयोजन कर पुख्ता व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं।
जानकारों का कहना है कि उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड पुलिस की ओर से पंजीकरण के लिए पोर्टल खोला गया है। पोर्टल खोलने के बाद उसमें एक मोबाईल नंबर पंजीकृत करना होगा, इसके बाद अपना नाम, पिता का नाम, आधार कार्ड नंबर, घर का पता, हरिद्वार आने व जाने की तिथि, गु्रप में सदस्यों की संख्या, यदि वाहन से आ रहे हैं तो वाहन नंबर भी पोर्टल में दर्ज करना होगा। ये सब जानकारियां दर्ज करने के बाद एक नंबर मिलेगा।
जानकारों का यह भी कहना है कि उत्तराखंड पुलिस विभाग ने कावड़ लेकर आने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे पोर्टल पर पंजीकरण करने के बाद ही कावड़ लेने के लिए हरिद्वार आएं। बिना पंजीकरण के समस्या उत्पन्न हो जाएगी। विभिन्न संस्थाएं भी कावड़ यात्रा की तैयारियों में जुटी हुई हैं। हर-हर महादेव नामक संस्था कावडिय़ों के लिए हरिद्वार से गुडग़ांव तक रास्ते में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराती रही है। आने वाले दिनों में संस्था की मोबाईल टीम कावड़ लाने वालों की देखरेख में जुट जाएगी।
Comment here