गुडग़ांव- सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भारत की सीमा रक्षा सेना है। यह एक अर्धसैनिक बल है, जिसकी स्थापना एक दिसम्बर 1965 में
शांति के समय के दौरान भारत सीमाओं की रक्षा और अन्तर्राष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिए की गई थी। बीएसएफ के स्थापना दिवस पर वार्ड 16 के समाजसेवी विशाल कटारिया ने कहा कि यह बल केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है। बांग्लादेश की आजादी में सीमा सुरक्षा बल की अहम भूमिका अविस्मरणीय है। देश के उत्कृष्ट बलों में से बीएसएफ की स्थापना मौलिक रूप से पाकिस्तान तथा बांग्लादेश के साथ अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित बनाने के लिए की गई थी। आज यह बल देश का उत्तम भरोसेमंद व्यावसायिक बलों
में एक है। सीमा सुरक्षा बल अपनी स्थापना के समय 25 वाहिनियों से प्रारंभ किया गया था।
इस बल में सैकड़ों वाहिनियां हैं। कटारिया ने कहा कि शांति के समय तथा लड़ाई के दौरान दोनों अवस्थाओं में अहम भूमिका निभाने हेतु रात-दिन सीमाओं पर कृत्रिम तथा प्राकृतिक चुनौतियों का सामना करते हुए बीएसएफ देश का अनूठा बल है। पंजाब, जम्मू और कश्मीर तथा उत्तर-पूर्व में आतंकवाद को समाप्त करने तथा वामपंथी चरमपंथी से निपटने में बीएसएफ ने अदम्य साहस का परिचय दिया है। पिछले कुछ वर्षों में बीएसएफ को सीमा की रक्षा के साथ ही साथ आतंरिक सुरक्षा के मोर्चों पर भी तैनात किया जाने लगा है। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया है कि इस अद्र्धसैनिक बल के अधिकारियों व कर्मियों को पर्याप्त मान-सम्मान दें। उन्हीं की बदौलत देश की सीमाएं दुश्मनों से सुरक्षित हैं।
Comment here