गुडग़ांवI जिला न्यायालय परिसर में भी अधिवक्ताओं ने राष्ट्रीय हिंदी दिवस का आयोजन किया, जिसमें न्यायालय में वकालत कर रहे
अधिवक्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष जितेंद्र कौशिक ने कहा कि हिंदी राजभाषा है। हिंदी को बढ़ावा देने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। वरिष्ठ अधिवक्ता डा. अंजू रावत नेगी ने कहा कि हिंदी एक ऐसी भाषा है जिसे हर कोई समझ और पढ़ लेता है। उन्होंने सरकार से भी मांग की है कि अदालतों में जो निर्णय लिखे जाते हैं, वह हिंदी भाषा में भी होने चाहिए ताकि मुवक्किल आसानी से अदालत का निर्णयों को पढ़ सके।
उनका कहना है कि देश के अधिकांश प्रदेशों में हिंदी भाषा में ही काम हो रहा है। इस प्रकार के कार्यों को और अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए ताकि राजभाषा हिंदी का अधिक प्रचार-प्रसार हो सके। इसी प्रकार के विचार अन्य अधिवक्ताओं ने भी व्यक्त किए। सभी ने एक दूसरे को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं भी दी। इस कार्यक्रम में अधिवक्ता कमल किशोर शर्मा, राहुल कुमार, शशिकांत पाण्डेय, गौरव शर्मा, सीमा शर्मा, सोमेंद्र सिंह परमार, योगेश भारद्वाज, विनय प्रताप सिंह, सुंदर सिंह, प्रिया थॉमस, अक्षय वत्स, मदन कौशिक, अंकुर कामरा, रोहित यादव, दीपक सिरोही आदि भी मौजूद रहे।
Comment here