गुरुग्राम। ऋषि चैतन्य आश्रम की संस्थापिका आनंदमूर्ति गुरुमां ने गुरुग्राम में तीसरे वैश्विक योग निद्रा उत्सव में योग निद्रा कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। यह आयोजन गुरुग्राम के ड्रीम गार्डन शीतला माता रोड में किया गया। इसमें 200 से अधिक साधकों ने भाग लिया।
इस आयोजन में भारत के 50 से अधिक शहरों के साथ-साथ ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, नेपाल, दुबई और कई अन्य देशों से हजारों लोगों ने भाग लिया। सभी ने एक ही दिन, एक ही समय पर गुरुमां के मार्गदर्शन में योग निद्रा का अभ्यास किया और गहन शांति का अनुभव किया। योग निद्रा एक प्राचीन अभ्यास है, जो शरीर और मन को गहराई से आराम देता है। आनंदमूर्ति गुरुमां ने इस विधि को आधुनिक जीवन के अनुसार सरल और उपयोगी बनाया है। नियमित अभ्यास से तनाव, चिंता और अवसाद कम होते हैं, मन शांत होता है आत्मविश्वास बढ़ता है। योग निद्रा के लाभ वैज्ञानिक शोध से भी प्रमाणित हो चुके हैं। आई.सी.एम.आर हैदराबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन में सात डॉक्टर्स की टीम द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि योग निद्रा से रक्तचाप संतुलित होता है। मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आता है। कॉर्टिसोल व ट्राईग्लिसराइड्स जैसे हानिकारक तत्व घटते हैं। ऋषि चैतन्य आश्रम संस्था से जुड़े समाजसेवी बोधराज सीकरी ने बताया कि पिछले दो वर्षों से यह उत्सव पूरे भारत में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा था। वर्ष 2024 में यह वैश्विक उत्सव बन गया। इस वर्ष के सफल आयोजन ने एक बार फिर यह साबित किया कि योग निद्रा दुनिया भर के लोगों के लिए स्वास्थ्य, संतुलन और आंतरिक शांति पाने का एक सशक्त साधन है। यह आयोजन केवल योग का अभ्यास नहीं, बल्कि एक सांझा आंतरिक यात्रा थी। ठहरने, विश्राम पाने और भीतर की शांति से जुडऩे का अवसर था।
आनंदमूर्ति गुरुमां के सानिध्य में हुआ तृतीय वैश्विक योग निद्रा उत्सव
