गुरुग्राम। वृक्षों को बचाने के लिए कभी चिपको आंदोलन सुंदरलाल बहुगुणा द्वारा चलाया गया था, लेकिन उसके बाद विकास के नाम पर बड़ी संख्या में भारी-भरकम वृक्षों को काट दिया गया। पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए वृक्षों की अहम भूमिका होती है। इस कार्य में प्रदेश सरकार व कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी जुटी हुई हैं, जो समय-समय पर पौधारोपण आदि भी कराती रही हैं।
इसी क्रम में पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत स्वास्तिक फाउण्डेशन ने रक्षाबंधन के पर्व पर वृक्षों को बचाने के लिए जहां राखी बांधी, वहीं आमजन से भी आग्रह किया कि वृक्षों को बचाने के लिए वे यथासंभव प्रयास करें और पौधारोपण कार्य को भी आगे बढ़ाएं। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष राज कुमार बिसरवाल ने बताया कि कनिष्का, वंशिका, यशिका आदि बालिकाओं ने वृक्षों को राखी बांधने का कार्य किया। उनका कहना है कि उन्होंने अपने भाईयों को भी राखी बांधकर उनसे भी आग्रह किया दकि वे वृक्षों को बचाने में अपना योगदान दें।
बिसरवाल व राजेश सैनी का कहना है कि वृक्ष हमारे जीवनदायक है, इसलिए उनका हमारे जीवन में महत्व है। जब वे हमारे जीवन की रक्षा करते हैं तो पेड़ों का जीवन बचाना भी हमारा फर्ज है। हमें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए। पौधारोपण कर उनका बच्चों की तरह पालन-पोषण भी करना चाहिए।