नकारात्मक विचारों से मुक्त होना ही है वास्तव में सच्चा व्रत : बीके आशा
गुडग़ांव। महाशिवरात्रि पर्व के आयोजन की शहरी क्षेत्र ही नहीं, अपितु ग्रामीण क्षेत्रों में भी धूम रही। धार्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज ने जिले के बिलासपुर स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में महाशिवरात्रि के पर्व पर कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें संस्था से जुड़े सदस्य व क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
केंद्र की निदेशिका बीके आशा ने कहा कि महाशिवरात्रि हमें शांति और प्रेम का संदेश देती है। महाशिवरात्रि के महत्व के बारे में उन्होंने कहा कि कलयुग के अंत समय संगमयुग पर अवतरित होकर शिव परमात्मा नई स्वर्णिम सतयुगी दुनिया की स्थापना करते हैं। वर्तमान समय महापरिवर्तन का समय चल रहा है। इस समय पुन: स्वयंभू शिव परमात्मा ब्रह्मा बाबा के साकार माध्यम से अपना दिव्य कर्तव्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यर्थ और नकारात्मक विचारों से मुक्त होना ही वास्तव में सच्चा व्रत है। स्वयं को पावन बनाना ही महाशिवरात्रि का असली लक्ष्य है।
इस अवसर पर शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया, जिसके माध्यम से आस-पास के गांव में शांति और प्रेम का संदेश दिया गया, जिसमें सर्व धर्म पिताओं के भी परमपिता शिव की चैतन्य झांकी दर्शाई गई। बाईक रैली भी शोभायात्रा का आकर्षण का केंद्र रही। कार्यक्रम में संस्था से जुड़े विदेशी सदस्य भी शामिल हुए और उन्होंने भी माना कि परमात्मा शिव ने ही आदि सनातन धर्म की स्थापना की है।
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