गुडग़ांव- भारतीय क्रिकेट मंसूर अली खान पटौदी का क्रिकेट के क्षेत्र में काफी योगदान रहा है। वह पटौदी रियाायत के 9वें नबाव थे।
फिल्म अभिनेत्री शर्मिला टैगोर से उनका विवाह हुआ था। 21 वर्ष की अल्पायु में ही वह देश की क्रिकेट टीम के कप्तान चुने गए थे। उनकी जयंती पर उन्हें याद करते हुए क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिंद्र मान ने कहा कि उनका जन्म 5 जनवरी 1941 को भोपाल के एक संपन्न नबाव परिवार में हुआ था। एक सडक़ दुर्घटना में उनकी दाहिनी आंख स्थायी रुप से क्षतिग्रस्त हो गई थी। उन्होंने 2004 में जिम्बावें के तातेंदा ताइबू द्वारा पार किए जाने तक सबसे कम उम्र के टेस्ट कप्तान का विश्व रिकॉर्ड कायम किया। 1961 और 1975 के बीच भारत के लिए 46 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 34.91 की टेस्ट बल्लेबाजी औसत से 2 हजार 793 रन बनाए, जिसमें 6 टेस्ट शतक शामिल हैं।
क्रिकेट कोच ने कहा कि वह 1962 में भारतीय क्रिकेटर ऑफ द ईयर और 1968 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर रहे। उन्होंने कहा कि वह 1974-75 में भारतीय क्रिकेट टीम के प्रबंधक थे और 1993 में दो एशेज टेस्ट के लिए रेफरी थे और बाद में इंडियन प्रीमियर लीग की परिषद के सदस्य भी रहे। उनके पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी खुद एक प्रसिद्ध क्रिकेटर रहे थे। उनके पुत्र सैफ अली खान, सोहा अली व सबा अली खान फिल्म जगत में सक्रिय हैं। उन्होंने क्रिकेट क्षेत्र में प्रयासरत युवाओं से आग्रह किया कि वे क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें।
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