NCR

अलविदा 2022 कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस ने किए अथक प्रयास शहरवासी ठगों की ठगी का होते रहे शिकार फर्जी कॉल सेंटरों के खिलाफ पुलिस का अभियान रहा जारी

गुडग़ांव-  प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी ओर से वह सब किया जो जरुरी होता है। यानि कि अपराधों में कमी लाने के लिए अपराधियों की नकेल कसने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। इस हिसाब से वर्ष 2022 उपलब्धियों से भरा रहा, कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। गुडग़ांव पुलिस ने ईनामी बदमाशों को दबोचकर सीखचों के पीछे पहुंचा दिया, लेकिन चोरी और साईबर क्राईम के मामले पूरे साल बढ़ते ही गए। 30 करोड़ रुपए की चोरी की खुलासा भी गुडग़ांव पुलिस ने किया और इस चोरी में शामिल आरोपियों को सींखचों के पीछे पहुंचा दिया। बड़े से बड़ा अधिकारी भी साईबर क्राईम का शिकार हुए बिना नहीं रहा। जहां इनकी फेसबुक आईडी हैक कर इन्हें धोखाधड़ी का शिकार भी बनाया। शहर में फर्जी कॉल सेंटरों की एक तरह से बाढ़ सी ही आ गई है। पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक फर्जी कॉल सेंटर इस वर्ष पकड़े भी हैं। उधर यातायात को सुचारु रुप से चलाने के लिए पुलिस ने अपनी ओर से भरसक प्रयास किए, लेकिन लापरवाह लोगों के कारण पुलिस के प्रयासों का कोई विशेष प्रभाव दिखाई नहीं दिया।

ये लापरवाह लोग यातायात नियमों की अवहेलना करना ही अपनी शान समझते हैं। पुलिस ने समय-समय पर जागरुकता अभियान भी चलाया। शहर में सडक़ दुर्घटनाओं में लोग दुर्घटना का शिकार हुए। पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन त्वरित कार्यवाही करने के लिए जानी जाती हैं। उनकी कार्यशैली का ही प्रभाव है कि कई ईनामी बदमाश पुलिस ने धरे और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया, लेकिन पुलिस के अथक प्रयासों के बाद भी चोरी व साईबर क्राईम के मामलों में कमी नहीं आ सकी। चोरों के हौंसले साईबर सिटी में बुलंद दिखाई दे रहे हैं। विश्व में अपनी छवि बनाए हुए गुडग़ांव की इन फर्जी कॉल सेंटरों के कारण छवि धूमिल हो रही है। ऋण दिलाने व केवाईसी के नाम पर आए दिन फर्जी कॉल से ठगी हो रही है। प्रतिदिन नए-नए हथकंडे अपनाकर ठग लोगों के साथ बड़ी ठगी कर रहे हैं। साईबर क्राइम की टीम फर्जी कॉल सेंटरों पर शिकंजा कसने में जुटी है।

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