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भारतीय सिनेमा में 4 दशकों तक अरविंद त्रिवेदी का रहा था एकछत्र आधिपत्य : राज चौहान

गुडग़ांव- भारतीय सिनेमा के छोटे पर्दे पर धारावाहिक रामायण बड़ा प्रसिद्ध हुआ। इस धारावाहिक में लंकापति रावण की भूमिका
निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए गुडग़ांव के फिल्म अभिनेता राज चौहान ने कहा कि रामानंद सागर के बहुचर्चित धारावाहिक रामायण में लंकेश का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी की आवाज़ जब गूंजती थी तो देखने वालों के भी रोंगटे खड़े हो जाते थे। उनका कहना है कि इस धारावाहिक से अगर राम के रूप में अरुण गोविल को अमर पहचान मिली तो अभिनेता अरविंद त्रिवेदी की रावण की भूमिका भी यादगार बन गई। उनका जन्म अरविंद त्रिवेदी का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में 8 नवम्बर 1938 को
हुआ था। पारिवारिक पृष्ठभूमि भी फिल्मों व नाटकों से जुड़ी थी। उनके कैरियर की शुरुआत गुजराती रंगमंच से हुई थी। उन्होंने रामायण के अलावा सैकड़ों हिंदी व गुजराती फिल्मों में अभिनय किया।

भारतीय सिनेमा में करीब 4 दशकों तक उनका एकछत्र आधिपत्य रहा। गुजरात सरकार द्वारा उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए कई बार पुरुस्कृत भी किया गया। उन्हें केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया गया। राज चौहान का कहना है कि धारावाहिक में अरविंद त्रिवेदी भले ही राम से युद्ध करते दिखाई दिए, पर असल जीवन में वह राम के परम भक्त थे। कहा जाता है कि जब वह राम के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग करते थे तो बाद में भगवान से माफी मांगते थे। सिनेमा के साथ-साथ अरविंद त्रिवेदी का राजनीति से जुड़ाव रहा। उन्होंने वर्ष 1991 में गुजरात की साबरकांठा सीट से चुनाव लड़ा था और वह लोकसभा के सांसद रहे थे। राज चौहान का कहना है कि 83 वर्ष की आयु में 5 अक्तूबर 2021 को उनका निधन हो गया था। धारावाहिकों व फिल्मों में संघर्ष कर रहे कलाकारों को अरविंद त्रिवेदी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिससे वे एक सफल कलाकार बन सकें।

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