गुडग़ांव- देश के खिलाड़ी विभिन्न खेल स्पर्धाओं में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर चुके हैं। देश व प्रदेश की सरकारें भी खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। क्रिकेट व हॉकी खेलों में देश के खिलाड़ी विश्व में जीत का परचम फहराते रहे हैं। हॉकी खिलाड़ी बलवीर सिंह सीनियर की जयंती पर उन्हें याद करते हुए खेलप्रमियों ने कहा कि उन्होंने ओलंपिक में पुरुष हॉकी फाइनल में सर्वाधिक गोल करने का रिकॉर्ड बनाया था। केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री पुरूस्कार से सम्मानित किया था। उन्होंने कहा कि बलवीर सिंह का जन्म 10
अक्तूबर 1924 को पंजाब के जालंधर जिले के एक गांव में हुआ था।
उन्होंने 1948, 1952 और 1956 में 3 ओलंपिक में शामिल होकर स्वर्ण पदक जीता था। 1952 के ओलंपिक में नीदरलैंड के विरुद्ध उन्होंने 5 गोल किए थे, जो अभी तक का रिकॉर्ड है। यही नहीं, उन्होंने 3 ओलंपिक के 8 मैचों में 22 गोल किए। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम खिलाडिय़ों में उन्हें शामिल किया था। 96 वर्ष की आयु में मोहाली में उनका 25 मई 2020 को निधन हो गया था। खेलप्रेमियों ने हॉकी खेल में रुचि रखने वाले खिलाडिय़ों से आग्रह किया है कि वे हॉकी खिलाड़ी बलवीर सिंह के जीवन से प्रेरणा लें। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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