गुडग़ांवI भारतीय फिल्म जगत में कई अभिनेताओं ने अपने अभिनय की ऐसी छाप छोड़ी है कि उनको भुलाया नहीं जा सकता। राजेश खन्ना को बालीवुड का सुपरस्टार माना जाता है। जहां उन्होंने फिल्मों में अभिनय किया, वहीं निर्देशक व निर्माता के रुप में भी उन्हें जाना जाता है।
उन्होंने जहां कई फिल्में बनाई, वहीं राजनीति में भी अपनी अलग ही छाप छोड़ी थी। वह वर्ष 1991 में कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद भी रहे थे। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए गुडग़ांव के फिल्म अभिनेता राज चौहान ने कहा कि राजेश खन्ना ने 180 फिल्मों, 163 फीचर फिल्मों में काम किया था। इनमें से 128 फिल्मों में जहां मुख्य भूमिका निभाई थी, 22 फिल्मों में दोहरी भूमिका का निर्वाह भी किया था। उन्हें फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिये 3 बार फिल्म फेयर पुरस्कार के अलावा फिल्म फेयर का लाइफटाईम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला था। राज का कहना है कि हिंदी सिनेमा के राजेश खन्ना पहले सुपरस्टार थे।
वर्ष 1966 में उन्होंने आखिरी खत फिल्म से अभिनय की शुरुआत की थी। उनकी अधिकांश फिल्में सफल रही और उन्होंने गोल्डन जुबली तक भी मनाई। उनका जन्म 29 दिसम्बर 1942 को अविभाजित पाकिस्तान में हुआ था। देश विभाजन के बाद उनका परिवार अमृतसर में आकर बस गया था। फिल्म अभिनेता जितेंद्र स्कूल में उनके सहपाठी थे। राजेश खन्ना ने अपने अभिनय का उन्होंने थिएटर में लोहा मनवाया था। कॉलेज के दिनों में उन्होंने कई नाटकों का मंचन कर कई पुरुस्कार जीते थे। उन्होंने फिल्म अभिनेत्री डिंपल कपाडिया से विवाह किया था।
उनकी सफल फिल्मों में आराधना, इत्तेफ़ाक़, दो रास्ते, बंधन, डोली, सफऱ, खामोशी, कटी पतंग, आन मिलो सजना, ट्रैन, आनन्द, सच्चा झूठा, दुश्मन, महबूब की मेंहदी, हाथी मेरे साथी, रोटी सुपर हिट फिल्म रही। राजेश खन्ना ने मुमताज के साथ जितनी भी फिल्में की वे सभी फिल्में सुपरहिट रही। जीवन के आखिरी पड़ाव में उनको स्वास्थ्य संंबंधी कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। 18 जुलाई 2012 को उनका निधन हो गया। राज चौहान ने फिल्मी जगत में काम करने वाले अभिनेताओं से आग्रह किया है कि वे राजेश खन्ना के जीवन से प्रेरणा लें, यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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