गुडग़ांवI मुस्लिम समुदाय के ईद—उल-जुहा यानि कि बकरीद का पर्व कल रविवार को समुदाय के लोग मनाएंगे। बकरीद की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बकरीद को कुर्बानी के रुप में भी मनाया जाता है। बकरों की बिक्री के लिए मंडी सजी हुई हैं। हालांकि इस बार बकरों की कीमतों में गत वर्षों की अपेक्षा अािक वृद्धि होनी बताई जा रही है। कारोबारियों को उम्मीद है कि इस बार गत वर्ष की अपेक्षा बकरों की बिक्री का कारोबार अच्छा रहेगा। क्योंकि पिछले 2 वर्षों से कोरोना के कारण ईद का बाजार भी काफी प्रभावित हुआ है। मेवात और राजस्थान से भी बिक्री के लिए बकरे लाए गए हैं। सोहना चौक स्थित जामा मस्जिद के पास बकरों की बिक्री की मंडी लगी हुई है। जानकारों का कहना है कि एक बकरे की कीमत हजारों में है।
यानि कि 13-14 हजार से लेकर 40-45 हजार रुपए तक में बकरों की बिक्री हो रही है। कुछ लोग आपस में मिलजुलकर कुर्बानी के लिए बकरा खरीदते दिखाई दिए। सोहना चौक स्थित जामा मस्जिद के इमाम जान मोहम्मद का कहना है कि मुस्लिम समुदाय अन्य समुदायों के लोगों का ध्यान रखते हुए ईद-उल-जुहा के पर्व को मनाएं। सदर बाजार सहित अन्य क्षेत्रों में भी समुदाय के लोग बकरीद के लिए खाद्य सामग्री खरीदते दिखाई दिए। सैंवई व फैनी खरीदने वालों की भी अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी।
उन्होंने बताया कि जिले की दर्जनों मस्जिदों में कल ईद-उल-जुहा की नमाज अता की जाएगी। नमाजियों के लिए पेयजल व अन्य व्यवस्थाएं भी की गई हैं। उन्होंने समुदाय के लोगों से आग्रह किया कि इस त्यौहार को अमन-चैन के साथ मनाएं। कुर्बानी के बाद अवशेषों को खुले में न छोड़ें ताकि किसी को उनसे कोई परेशानी न हो। उधर जिला प्रशासन ने भी बकरीद को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था भी की है ताकि समुदाय के लोग अमन-चैन के साथ अपना पर्व मना सकें।
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