गुडग़ांवI प्रदेश की सभ्यता व संस्कृति की जानकारी प्रदेशवासियों को देने में हरियाणा कला परिषद जुटी है। आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान परिषद द्वारा प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें परिषद से जुड़े कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन भी कर रहे हैं। परिषद के मीडिया प्रभारी विकास शर्मा का कहना है कि परिषद द्वारा आयोजित अभिरुचि कक्षाओं के समापन समारोह में परिषद के निदेशक संजय भसीन शामिल हुए।
संजय भसीन ने कार्यक्रम में आए कलाकारों व गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए कहा कि परिषद अपने नाम को सार्थक करते हुए प्रदेश में सांस्कृतिक बयार, लाने में निरंतर प्रयासरत है। प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों में कई कार्यशालाओं का आयोजन भी किया गया। इन कार्यशालाओं के माध्यम से बहुत से कलाकारों ने कला को ही अपनी आजीविका का साधन चुना है। उन्होंने बताया कि 70 वर्ष के एक प्रतिभागी ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भी किया, जिससे साबित होता है कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती, व्यक्ति आजीवन कुछ न कुछ सीखता रहता है। कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों को पुरुस्कृत करने की घोषणा भी की गई।
यह पुरुस्कार उन्हें तीज महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में दिए जाएंगे। नृत्य नाटिका, कृष्ण से कुरुक्षेत्र तक का मंचन भी प्रतिभागियों ने किया। कृष्ण लीलाओं का मंचन कार्यक्रम का आकर्षण रहा। रजनीश भनोट के निर्देशन में बने नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन भी हुआ। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में 10 वर्ष से 70 वर्ष के प्रतिभागियों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। देशप्रेम के गानों की भी कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। परिषद के निदेशक ने सभी प्रतिभागियों व प्रशिक्षकों को प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए। इस आयोजन को सफल बनाने में परिषद के धर्मपाल, मनीष डोगरा, नीरज सेठी, शिवकुमार आदि का सहयोग रहा।
Comment here