गुडग़ांवI देशवासी आजादी का 75वां महोत्सव मना रहे हैं। जिसमें देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों व क्रांतिकारियों को भी याद किया जा रहा है। देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी की पुण्यतिथि पर साईबर सिटीवासियों ने उन्हें याद किया। वक्ताओं ने कहा कि नीलम संजीव रेड्डी का जन्म 19 मई 1913 को आंध्रप्रदेश के एक किसान परिवार में हुआ था।उन्होंने मात्र 18 वर्ष की अल्पायु में ही स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में भाग लेना शुुरु कर दिया था।
उन्होंने महात्मा गांधी से प्रभावित होकर छात्र जीवन में ही उन्होंने पहला सत्याग्रह भी किया था। उन्होंने युवा कांग्रेस के सदस्य के रुप में अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी। स्वतंत्रता संग्राम अंादोलन के दौरान उन्होंने कई बार जेल यात्राएं भी की थी। गांधीजी से मिलने के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया था और उन्होंने स्वयं को देश सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। देश आजाद होने के बाद उन्हें केंद्र में स्टील एवं खान मंत्रालय का भार भी सौंपा गया था।
वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे थे। उन्हें लोकसभा का स्पीकर भी बनाया गया था। वक्ताओं ने कहा कि संजीव रेड्डी सर्वसम्मति से देश के छठे राष्ट्रपति निर्विरोध चुने गए थे। उनका निधन एक जून 1996 को हो गया था। वक्ताओं ने कहा कि नीलम संजीव रेड्डी के जीवन से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए, यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
Luis Cummings