गुरुग्राम, भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव श्रीकृष्ण
जन्माष्टमी के रुप में सदियों से मनाया जाता आ रहा है। जन्माष्टमी का
पर्व मनाने के लिए सभी मंदिरों व आश्रमों को सजाया गया है। विभिन्न
सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं इस आयोजन को आयोजित करने के लिए जुटी रही,
ताकि दर्शकों को भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी स्मृतियों को झांकियों आदि के
रुप में दर्शाया जा सके। मंदिरो में श्रीराधा कृष्ण के दर्शन करने के लिए
श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचे। सभी मंदिरों को दुल्हन की तरह से सजाया
हुआ है। उधर घरों में भी नन्हे-मुन्ने बच्चों को कृष्ण-राधा की पोशाक
पहनाई गई और उनकी पूृजा-अर्चना भी की गई। घरों में भी कीर्तन आदि का
आयोजन चलता रहा। 0शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह पर्व सोमवार को
धूमधाम से मनाया गया। उधर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित सामाजिक संस्था
इस्कॉन ने सैक्टर 45 स्थित श्रीराधा गोपीनाथ मंदिर में जन्माष्टमी का
पर्व वर्चुअल रुप से मनाने की पूरी व्यवस्था की थी और घर बैठे ही
श्रद्धालु आयोजन का पूरा आनंद ले रहे थे। मंदिर के प्रभारी अच्युत्य
हरिदास का कहना है कि कार्यक्रम में आकर्षक झांकियां, भगवान श्रीकृष्ण का
महाभिषेक सभी कुछ वर्चुअल तरीके से किया जा रहा है। मंदिर में सीमित
संख्या में ही कोरोना की रोकथाम के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ही
श्रद्धालुओं को प्रवेश मिल सकेगा। वैसे अधिकांश लोग घरों में ही इस पर्व
को मना रहे हैं।
Funding This work was supported by the Swedish Breast Cancer Association BRO 2011, 2014, SA; the SkГҐne University Hospital foundation 2014 94413, SA; the Percy Falk Foundation 2011, SA; the Swedish Cancer Society 13 0499, MF; the Swedish Research Council B0262601, 521 2011 3021, MF; the Gunnar Nilsson Cancer Foundation 2013, 2014, MF; the Mrs how to take priligy Whether metastasis happens depends on several factors, including