गुरुग्राम,, पेट्रोलियम पदार्थों, रसोई गैस की कीमतें
आसमान छूती जा रही है। इन बढ़ती हुई कीमतों का असर आम आदमी पर पड़ रहा
है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी गड़बड़ाने लगी है। उधर केंद्र सरकार ने
भी घोषित कर दिया है कि तेल की बढ़ी हुई कीमतें कम नहीं होंगी। यानि कि
पेट्रोलियम पदार्थों पर लगने वाली एक्साईज ड्यूटी में किसी प्रकार की कोई
कटौती नहीं की जाएगी। भ्रष्टाचार उन्मूलन में जुटी क्राईम रिफार्मर
एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. संदीप कटारिया का कहना है कि केंद्रीय वितमंत्री
घोषणा कर चुकी हैं कि पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में कोई कमी नहीं
होगी। इतना अवश्य है कि गत 31 दिनों में केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल
के दामों में कोई वृद्धि नहीं की है। गत मई माह में 5 राज्यों में
विधानसभा चुनाव थे तो सरकार ने इन चुनाव के दौरान तेल के दाम नहीं बढ़ाए
थे। उनका कहना है कि 4 मई से 17 जुलाई तक 64 दिनों में सरकार ने पेट्रोल
की कीमत में 41 बार और डीजल की कीमत 37 बार बढ़ाई थी। यानि कि पेट्रोल व
डीजल क्रमश: 11 रुपए व 10 रुपए महंगा हो गया। पेट्रोल के दाम अधिकांश
प्रदेशों में 100 रुपए का आंकड़ा पार कर चुका है। यह स्पष्ट हो चुका है
कि सरकार पेट्रोल व डीजल पर एक्साईज ड्यूटी कम करने वाली नहीं है। ऐसे
में आम जनता को महंगा डीजल व पेट्रोल अपने वाहनों के लिए खरीदना ही
पड़ेगा। डा. कटारिया का कहना है कि रसोई गैस की कीमतों में भी सरकार ने
वृद्धि कर आम जनता की कमर ही तोडक़र रख दी है। पूरा देश कोरोना महामारी की
चपेट से पूरी तरह से उबर नहीं पाया है। ऐसे में पेट्रोलियम पदार्थों की
आसमान छूती कीमतों ने देशवासियों को परेशान कर रख दिया है।
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